शीतलहर और पाले से 2203 हेक्टेयर क्षेत्र में सब्जी और फलों में 60 प्रतिशत तक खराबा

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    जयपुर। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी और बारिश से उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। कल यानी रविवार शाम से राजस्थान के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हुई है जिससे सर्दी तेज हो गई है। प्रदेश में शीतलहर और पाले की वजह से किसानों के चेहरों पर मायूसी छा गई है। रबी के दौरान बोई गई 2203 हेक्टेयर में खड़ी सब्जी व फूलों की फसलें प्रभावित हुई हैं। बैंगन, टमाटर, मिर्च, आंवला और फूलों में 40 से 60 प्रतिशत तक खराबा हो गया है। अन्य फसलों में 6 से 30 प्रतिशत तक खराबा हुआ है। यह खुलासा उद्यान विभाग द्वारा कराए गए सर्वे में हुआ है।

    किसानों ने इन फसलों की थी बुवाई
    किसानों ने रबी की फसलों में प्याज, गोभी, हरा धनिया, मूली, बैंगन, पालक, भिंडी, टमाटर, सेमफली, मेथी, मिर्च, मटर, खीरा, जीरा, इसबगोल, नींबू, करोंदा आदि की बुवाई की है। फलों में पपीता, अमरूद, आम, जामुन,फालसा, अनार आदि की बुवाई हुई है। इसके साथ ही गुलाब, हजारा, गंदी जावरा, अष्टा, नवरंगा व मोतिया की बुवाई की थी।

    सब्जियों में अधिक खराबा
    प्रदेश के कई जिलों में करीब 8 हजार 932 हैक्टैर क्षेत्र रकबा है। कुछ दिनों से जारी शीतलहर और पाले ने इन फसलों को बुरी तरह प्रभावित किया है। इनमें सबसे अधिक सब्जी पर ही असर पड़ा है। विभाग द्वारा कराए गए सर्वे में सामने आया है कि सब्जियों में अधिक खराबा हुआ है। बोई गई सब्जियों में से कोई 40 प्रतिशत ही सब्जी कहीं कहीं बची है। विभागीय रिपोर्ट के मुताबिक फल, सब्जी और फूलों की कुल 8932 हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई हुई है। इसमें से 2203 हेक्टेयर क्षेत्र में खराबा हुआ है। इनका विवरण विभाग ने जारी किया है।

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