जयपुर। इरादे बुलंद हो तो कोई भी मुश्किल अपने लक्ष्य को हासिल करने से रोक नहीं सकती। छोटे से गांव से पली-बढ़ी और हिंदी मीडियम से शुरुआती पढ़ाई करने वाली स्वाति शर्मा ने साबित कर दिखाया है। झुंझुनू के छोटे से गांव से हिंदी मीडियम से शुरुआती पढ़ाई करने वाली स्वाति शर्मा ने देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी अपनी प्रतिभा दिखाई है। स्वाति का स्विट्जरलैंड के जिनेवा में डब्ल्यूटीओ (विश्व व्यापार संगठन) में लीगल ऑफिसर के पद पर चयन हुआ है।
साधारण परिवार से ताल्लुक रखती हैं स्वाति शर्मा
साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाली स्वाति शर्मा की स्कूली शिक्षा भी गांव में हुई है। इस मुकाम तक पहुंचने में स्वाति को कई चुनौतियों के सामना करना पड़ा, लेकिन उसने कभी हार नहीं मानी। झुंझुनूं के छोटे से गांव काजड़ा की स्वाति ने बताया कि मन में कुछ ठान लें और उसके लिए मेहनत करें तो कोई भी मुकाम पाया जा सकता है। इस सफर को तय करने में कई परेशानियां थीं। मैं हमेशा कोई टॉपर स्टूडेंट नहीं थी। स्कूली पढ़ाई में औसत थी, लेकिन कुछ बड़ा करने का हमेशा से जज्बा था। निरंतर आगे बढ़ाने की लगन थी। लगातार पढ़ाई से मैं कभी थकी नहीं और नया कुछ सीखना ही मेरा उद्देश्य होता था।
कई चुनौतियों का करना पड़ा सामना
स्वाति का कहना है कि उनके परिवार में किसी ने लॉ की पढ़ाई नहीं की थी। लेकिन उसने चैंलेजिंग सब्जेक्ट चुना। कॉलेज में लॉ करने वाले अधिकतर स्टूडेंट का बैक ग्राउंड लॉ से ही था। किसी के पिता जज थे, किसी के नामी वकील। उन्हें पूरी गाइडेंस भी मिल रही थी। सबसे बड़ी चुनौती यह थी कि मैं हिन्दी मीडियम से पढ़ी थी। लॉ की पूरी पढ़ाई इंग्लिश मीडियम में थी।