राजस्थान में इसी साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश के दोनों प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस ने अपनी-अपनी चुनावी तैयारियों शुरू कर दी हैं। कांग्रेस जहां सत्ता में वापसी का सपना देख रही है, वहीं, वर्तमान राजे सरकार एक बार फिर से सत्ता में आकर विकास कार्यों को योजनाबद्ध तरीकों से गति देना चाहती है। क्योंकि, हर पांच साल में सरकारें बदल जाने से प्रदेश के विकास कार्यों की रफ्तार थम जाती है। Vijay Sankalp Yatra
ऐसे में राजे सरकार अपने इस कार्यकाल में जिन कार्यों को नहीं करा पाईं उन्हें अपने अगले कार्यकाल में जरूरी करना चाहेंगी। कांग्रेस सत्ता में वापसी के लिए लालायित है, इसलिए ही आगामी चुनाव की नजदीकियों को देखते हुए इनदिनों गैर-मुद्दों को भी मुद्दा बनाने की कोशिश करती नज़र आ रही है। Vijay Sankalp Yatra
राजस्थान के चुनाव देश की राजनीति के लिए कई मायनों में खास स्थान रखते हैं। विधानसभा चुनाव के बाद देशभर में वर्ष 2019 की पहली तिमाही में आमचुनाव हो सकते हैं। 2013 के राजस्थान विधानसभा चुनाव में भाजपा ने वसुंधरा राजे के नेतृत्व में 200 विधानसभा सीटों में से 160 से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं, कांग्रेस मात्र 23 सीटों पर सिमटकर रह गईं और वह विधानसभा में विपक्ष की भूमिका में बैठने के लिए प्रर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं जुटा सकीं।
Read More: बीजेपी के चार साल: मुख्यमंत्री राजे ने क्या कहा जानिए इस दिन ?
राजस्थान में हर पांच साल में सत्ता में रहने वाली सरकार बदलती रहीं है। ऐसे में मोदी और शाह के नेतृत्व में देश के अधिकांश राज्यों में भाजपा की सरकार बना चुका संगठन भी नहीं चाहेगा कि इस बार राजस्थान की में सत्ता परिवर्तन हो। 2013 के विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री राजे ने सुराज संकल्प यात्रा निकाली थी। जिसका फायदा पार्टी को चुनाव में मिला। राजे ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में जिस भी बात का जिक्र किया उसे पूरा कर दिखाया है। अब 2018 के चुनाव से पहले सीएम राजे ने ऐसी ही एक यात्रा निकालने का प्लान बनाया है।
जून में शुरू होगी मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की संकल्प यात्रा
प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे जून, 2018 में विजय संकल्प यात्रा निकालने जा रही है। हाल ही में भाजपा कोर कमेटी की बैठक में इस पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री राजे की यह यात्रा संभागीय मुख्यालयों से शुरू होगी। सीएम वसुंधरा राजे संकल्प और परिवर्तन यात्रा की तर्ज पर अगले महीने से राज्यभर में विजय संकल्प यात्रा की शुरूआत करने जा रही है। पार्टी हाईकमान ने राजे की इस यात्रा पर अपनी सहमति भी दे दी है। मुख्यमंत्री राजे की इस संकल्प यात्रा को लेकर प्रदेश भाजपा कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है। हालांकि, राजस्थान में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष का पेच अब भी फंसा हुआ है। कोर कमेटी की ढाई घंटे चली बैठक में भी प्रदेश अध्यक्ष पर चर्चा के आसार थे, लेकिन पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने ऐसी खबरों से इंकार किया है।
भाजपा विधानसभा और लोकसभा चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार: अशोक परनामी Vijay Sankalp Yatra
इस बैठक के दौरान प्रदेश अध्यक्ष को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं। मंत्री अरुण चतुर्वेदी के नाम पर प्रदेश अध्यक्ष पद पर सहमति बनने की खबरें दिन भर चलती रही। इससे पहले यह भी कहा जा रहा था कि परंपरा को तोड़कर कोर कमेटी अध्यक्ष का नाम जयपुर से दिल्ली भिजवाएगी, लेकिन कोर कमेटी के नेताओं ने इससे साफ इंकार किया है। बैठक में मैराथन और कमल संदेश चौपाल के कार्यक्रमों का जिक्र किया गया। मोदी सरकार के चार साल पूरे होने के मौके पर आयोजित हो रहे कार्यक्रमों पर भी चर्चा हुई। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने दावा किया कि भाजपा विधानसभा और लोकसभा चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है।
जल्द से जल्द हो सकती है भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद की घोषणा
इस बैठक के बाद संभावना जताई जा रही है कि राजस्थान भाजपा में प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर हो रहा इंतजार अब जल्द से जल्द खत्म हो जाएगा। हालांकि, पार्टी आलाकमान ही प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा करेगा। माना जा रहा है कि इस पद पर ऐसे नेता की ताजपोशी हो सकती है जो दिल्ली हाईकमान की बात भी मानें और प्रदेश में सत्ता के साथ मिलकर संगठन में नया जोश का संचार भरकर आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव में जीत पक्की कर सके। मुख्यमंत्री राजे पर भी इस बार विधानसभा चुनाव में जीत के लिए बड़ा दारोमदार रहेगा।