वसुंधरा राजे के गढ़ में 18 वोट से चूक गया ये पोलिंग बूथ, नहीं तो बन जाता ये रिकॉर्ड

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    जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव में इस बार प्रदेश भर में शानदार वोटिंग हुई। प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का गढ़ कहलाने वाले कोटा संभाग में मतदान प्रतिशत में पहले स्थान पर रहा। इसके लिए जिला प्रशासन, स्वयं सेवी संस्थाएं और यहां का मतदाता के जागरुक होने के कारण ही यह सफलता मिली है। इसके साथ ही कई बूथ ऐसे हैं जहां अतिरिक्त प्रयास किया गया कि यहां 100 प्रतिशत मतदान हो सके, लेकिन किसी कारण से यहां 100 प्रतिशत मतदान तो नहीं हुआ और कुछ वोटों के चलते रिकॉर्ड बनने से चुक गया।

    तो बन जाता 100 फीसदी वोटिंग का रिकॉर्ड
    ऐसा ही एक बूथ पीपल्दा विधानसभा सीट के तहत आने वाला गोकुलपुरा का भी है, जहां अगर 18 वोट और डल जाते तो इस बूथ पर पूरा 100 प्रतिशत मतदान हो जाता। पीपल्दा का गोकुलपुरा 100 फीसदी मतदान का रिकॉर्ड दर्ज कर लेता। इसी तरह रामगंजमंडी का संदपुर महज 34 वोट नहीं होनेे के कारण 100 फीसदी मतदान का रिकॉर्ड बनाने से रह गया। वहीं सांगोद का नयागांव अहीरान महज 41 वोट से 100 प्रतिशत वोटिंग का रिकॉर्ड बनाने से दूर रह गया।ग्रामीण क्षेत्र के बूथों पर शहरी क्षेत्र से बेहतर मतदान हुआ है।

    4 बूथों पर हुआ 90 प्रतिशत से ज्यादा मतदान
    कोटा जिले की 6 विधानसभाओं में से एक रामगंजमंडी में 4 बूथ ऐसे थे जहां 90 फीसदी से अधिक मतदान हुआ। रामगंजमंडी विधानसभा के नालोदिया बूथ पर 924 में से 842 मतदाताओं ने मतदान किया। यहां महज 82 मतदाताओं ने मतदान नहीं किया। यहां 90.55 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। इसी तरह संदपुर में 360 मतदाताओं में से 326 मतदाताओं ने मतदान किया। यहां 34 वोटर और अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर लेते तो 100 फीसदी वोटिंग का रिकॉर्ड बन जाता। यहां 91.12 फीसदी मतदान दर्ज किया गया।