राजधानी जयपुर के श्याम नगर क्षेत्र में तीन दिन पहले कैब चालक को लूट के लिए गोली मारी गई थी। पुलिस ने रविवार को गोली मारने के मामले में तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया और उनके पास से दो देशी पिस्टल व 13 जिंदा कारतूस बरामद किए। लेकिन इसके कुछ देर बाद ही अस्पताल में भर्ती कैब चालक नंदलाल चौधरी की मौत हो गई। घटना से गुस्साए कैब चालकों ने जयपुरिया अस्पताल पर प्रदर्शन किया और परिजनों को कैब कंपनी से मुआवजा दिलाने की मांग की। इस दौरान शव का पोस्टमार्टम भी नहीं होने दिया गया। देर रात तक परिजन व कैब चालकों को पुलिस समझाने में जुटी थी। मृतक कैब चालक को कंपनी की और से 5 लाख और राज्य सरकार की और से 5 लाख रुपए के मुआवजे देने का ऐलान किया गया हैं। पुलिस आयुक्त (प्रथम) प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि गिरफ्तार विवेक पाण्डे (21), कृष्ण गोपाल (25) और संजीव उर्फ संजू (25) मूलत: उत्तरप्रदेश और हाल श्याम नगर निवासी हैं। आरोपित संजीव को उत्तरप्रदेश से गिरफ्तार किया गया है।
यह है मामला
19 जनवरी को दोपहर करीब 12 बजे तीन आरोपितों ने एक कंपनी की कैब कार को बाइस गोदाम से भांकरोटा जाने के लिए बुक करवाया। कैब चालक नंदराम चौधरी निवासी अरणिया बस्सी, जिला टोंक को गोपालपुरा बाइपास के पास पेट में गोली मारकर कार लूट ले गए थे। बाद में पुलिस सख्ती के चलते मान्यावास में कार लावारिस छोड़कर फरार हो गए थे। उधर, मृतक के साथी करण सिंह ने बताया कि कैब कंपनी ने घटना के बाद अभियान चलाकर ढाई लाख रुपए एकत्र किए हैं। लेकिन मृतक की पत्नी व छोटे बच्चों को देखते हुए उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए।
यूं हुआ खेल फेल
साजिश के तहत कैब बुक कराकर चालक को खत्म करके मालिक के घर पहुंचना था। आरोपितों ने कैब चालक को गोली भी मारी, लेकिन वह गाड़ी से उतरकर चिल्लाते हुए भाग निकला। तब वे पकड़े जाने के डर के कारण करीब डेढ़ किलोमीटर दूर ही गाड़ी छोड़कर भाग निकले। कैब बुकिंग के आधार पर पुलिस आरोपितों तक पहुंची। आरोपित कृष्ण गोपाल के खिलाफ दहेज का मामला भी है।
मालिक के घर लूट की साजिश
तीनों आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि करतारपुरा स्थित संचालित मजीसा गारमेंटस फर्म में काम करते थे। फर्म में लंबे समय से उनकी पगार नहीं बढ़ी। इसलिए आर्थिक तंगी से परेशान थे। रुपयों के लिए मालिक के घर लूट की साजिश रची। इसके लिए आरोपित विवेक पाण्डे व कृष्ण गोपाल उत्तरप्रदेश के कानपुर गए,जहां से अवैध हथियार व कारतूस खरीदकर लाए।