मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने गुरुवार को तीन अलग-अलग कार्यक्रमों में शिरकत की। गुरुवार को तय कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री राजे अपने निवास पर केंद्रीय पेयजल एवं स्वच्छता सचिव परमेश्वरन अय्यर से मुलाकात कर प्रदेश में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता एवं स्वच्छ भारत मिशन की प्रगति के संबंध में वार्ता की। इसके बाद राजे राजस्थान की पर्वतारोही माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली आशा झाझड़िया से मुलाकात की। इसके अलावा मुख्यमंत्री राजे ने भाजपा के विधि प्रकोष्ठ के नव नियुक्त प्रदेश संयोजक सुरेंद्र सिंह नरूका के नेतृत्व में 50 से ज्यादा अधिवक्ताओं के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की।
पेयजल और स्वच्छ भारत पर की परमेश्वरन अय्यर से मुलाकात
मुख्यमंत्री ने राजे गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास पर केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता सचिव परमेश्वरन अय्यर की उपस्थिति में प्रदेश में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता एवं स्वच्छ भारत मिशन की प्रगति के संबंध में आयोजित बैठक को सम्बोधित किया । बैठक में मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि प्रदेश को मार्च 2018 तक खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) बनाने का लक्ष्य हासिल करने के लिए वे हर 15 दिन में स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत प्रगति की समीक्षा करेंगी। उन्होंने निर्देश दिए कि मुख्य सचिव के स्तर पर 15 दिन के अंतराल पर तथा पंचायती राज विभाग के स्तर पर साप्ताहिक रूप से स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत किए जा रहे कार्यों की समयबद्ध रूप से समीक्षा की जाए। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालयों के निर्माण में गुणवत्ता एवं पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए शौचालयों की जियो टेगिंग अनिवार्य रूप से की जाए।
मुख्यमंत्री से मुलाकात कर अधिवक्ताओं ने जताया आभार
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे से गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास पर भाजपा विधि प्रकोष्ठ के नवनियुक्त प्रदेश संयोजक सुरेन्द्र सिंह नरूका के नेतृत्व में 50 से अधिक अधिवक्ताओं के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात कर नरूका की नियुक्ति पर आभार जताया। मुख्यमंत्री ने नरूका को बधाई देते हुए कहा कि प्रदेश के हित में सभी लोग एकजुट होकर कार्य करें।
मुख्यमंत्री से मिली एवरेस्ट विजेता आशा झाझड़िया
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे से गुरुवार को ही मुख्यमंत्री निवास पर माउंट एवरेस्ट विजेता आशा झाझड़िया ने मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने झाझड़िया के सर्टिफिकेट देखे और इस उपलब्धि पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि उनकी इस साहसिक उपलब्धि से न केवल राजस्थान बल्कि पूरा देश गौरवान्वित हुआ है। इससे प्रदेश के युवाओं, खिलाड़ियों और पर्वतारोहियों को प्रेरणा मिलेगी। झुंझुनूं के सिंघाना निवासी और अलवर के कोटकासिम में जीएनएम के पद पर कार्यरत श्रीमती झाझड़िया ने 8 अप्रैल को अपना अभियान शुरू किया और 22 मई को एवरेस्ट शिखर पर पहुंची थी।