ऐसा रहेगा भारत के लिए G-20 समिट का पहला दिन; चीन से बनी रहेगी दूरियां, पास आएंगे अन्य देश

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    भारतीय प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को अपने तीनदिवसीय इज़राइल दौरे को ख़त्म कर जी- 20 सम्मलेन में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए सीधे जर्मनी के लिए रवाना हो गए। शुक्रवार से दो दिन के लिए जर्मनी के हैम्बर्ग शहर में जी-20 सम्मलेन का आयोजन होने जा रहा है। जी-20 का अर्थ है, 20 का ग्रुप (समूह) यह दुनियाभर के प्रमुख 19 राष्ट्रों व यूरोपियन संघ का समूह है। जी- 20 वित्तीय और आर्थिक मुद्दों पर अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के लिए एक वैश्विक केंद्रीय मंच है। जी -20 में शामिल देशों का वैश्विक सकल उत्पाद दुनिया के कुल उत्पादन का करीब 80% है। वैश्विक व्यापार में भी जी-20 में सम्मिलित देशों का हिस्सा तीन-चौथाई से ज़्यादा है। दुनिया की कुल जनसँख्या में से लगभग दो-तिहाई लोग इस समूह के देशों में बसते हैं। साल 2008 में दुनियाभर की अर्थव्यवस्था में छाई मंडी के बाद से हर वर्ष  वैश्विक व्यापार, आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन और अनेक अंतर्राष्ट्रीय मसलों पर चर्चा कर, आपसी सुझावों की साझेदारी करने के लिए जी-20 सम्मलेन का आयोजन किया जा रहा है।

    चीन से व्यक्तिगत मुलाक़ात की संभावना नहीं:

    दुनिया की सबसे तेज़ बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक और वैश्विक मंच पर अग्रणी देशों में स्थापित हो चुके देश भारत का जी-20 समिट में एक ख़ास ही रुतबा रहा है। पिछले 3 सालों के अंदर दुनियाभर के देशों में भारत के प्रति विशवास बढ़ा है। दुनिया का अधिकाँश हिस्सा आज भारत की तरफ बेहतर संबंधों की दृष्टि से देखता है। इसी बीच जी-20 में शामिल हमारे पड़ौसी देश चीन से इन दिनों हमारा टकराव बना हुआ है। भारतीय राज्य सिक्किम में सीमा पर चीन की दखलंदाज़ी से दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ है। इस बात को देखते हुए यह सम्भावना नहीं बनती कि दो दिवसीय जी-20 सम्मलेन में भारत और चीन के प्रधानमंत्रियों की मुलाक़ात हो पायेगी।

    इन मुद्दों पर होगी चर्चा, वैश्विक नेताओं के साथ चलेगी मोदी की बातचीत:

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दो दिन के इस सम्मलेन में आर्थिक विकास, सतत विकास और शांति एवं स्थिरता के साथ वैश्विक गतिविधियों पर प्रभाव डालने वाले मुद्दों पर जी20 में शामिल देशों के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा होगी। इस बार जी-20 की बैठक में पिछले साल चीन के हांगझू शहर में हुए, जी-20 समिट के मुद्दों पर अब तक हुई प्रगति की जानकारी लेकर, समीक्षा की जाएगी। इस बार के जी-20 सम्मेलन की थीम ‘शेपिंग एन इंटर-कनेक्टेड वर्ल्ड’ रखी गई है। इसलिए सम्मेलन में मुक्त और खुला व्यापार, सतत विकास और वैश्विक स्थिरता पर चर्चा होने की उम्मीद है। इसके साथ ही समिट के दो दिनों में डिजिटलाइजेशन, स्वास्थ्य, रोजगार, पलायन, महिला सशक्तिकरण और अफ्रीका के साथ वैश्विक भागीदारी जैसे विषयों पर भी चर्चा होगी।

    भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ब्रिक्स समूह में शामिल 6 देशों की बैठक में हिस्सा लेंगे। इनके अलावा हैम्बर्ग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कनाडा, जापान और ब्रिटेन के राष्ट्र प्रमुखों के साथ भी आपसी संबंधों की मधुरता बढ़ाने के लिए बैठक करेंगे।

    भारतीय समयानुसार जी-20 में यह रहेगा प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम:

    प्रधानमन्त्री मोदी भारतीय समयानुसार आज दोपहर 12.45 बजे ब्रिक्स सदस्य देशों की मीटिंग में हिस्सा लेंगे। इसके बाद हैम्बर्ग में दोपहर 1.30 बजे जी-20 समिट में आये हुए सभी राष्ट्राध्यक्षों के स्वागत समारोह में शामिल होंगे। जी-20 के सदस्य राष्ट्रों के प्रतिनिधि दोपहर 2 बजे एक मंच साझा करेंगे। शाम 4.30 बजे से वैश्विक विकास और व्यापार पर होने वाले सत्र में प्रधानमन्त्री मोदी उद्बोधन देंगे। इसके बाद शाम 6.30 बजे जापान से द्विपक्षीय वार्ता में भाग लेंगे। शाम 7 बजे समिट के दूसरे सत्र में भाग लेकर रात 8 बजे भारतीय प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी, कनाडा के प्रधानमन्त्री जस्टिन ट्रुडो से आपसी रिश्तों की मज़बूती विषय पर द्विपक्षीय वार्ता करेंगे।

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