राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा यानि रीट 2017 की परीक्षा रविवार को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई। प्रदेश के करीब—करीब हर जिले में परीक्षा के केन्द्र बनाए गए थे। लेवल—प्रथम और लेवल—द्वितिय परीक्षा के लिए प्रदेशभर के 8.5 लाख से अधिक अभ्यार्थियों ने भाग्य आजमाया। परीक्षा देकर बाहर निकले परीक्षार्थियों के मुताबिक परीक्षा का लेवल सामान्य रहा जिसके चलते पेपर काफी अच्छा हुआ है। आसान पेपर देख अभ्यार्थियों का चेहरा जरूर खिल गया है लेकिन कंपीटिशन ने सभी के चेहरों पर चिंता की लखीरे जरूर खींच दी हैं। ऐसे में कट आॅफ 75 फीसदी से ज्यादा रह सकती है। परीक्षा समाप्ति के तुरंत बाद मूल ओएमआर शीट राज्य के सभी जिलों से बोर्ड कार्यालय के लिए रवाना कर दी गई थी। आज से इनकी जांच का कार्य प्रारंभ हो जाएगा। REET Examination
रीट परीक्षा 2017 पूरे राजस्थान में 2253 केंद्रों पर दो पारियों में आयोजित हुई। द्वितिय लेवल की परीक्षा सुबह 10 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक और प्रथम लेवल की परीक्षा दोपहर 2:30 बजे से शाम 5 बजे तक हुई। रीट 2017 के लिए कुल 9,79,768—19.76 लाख लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। इस प्रकार परीक्षा में उपस्थिति 90 फीसदी रही। पहली पारी की तुलना दूसरी पारी में परीक्षार्थी कम बैठे। परीक्षार्थियों का कहना है कि पेपर सरल था, लेकिन मनोविज्ञान और गणित के पेपर में सवाल घुमाकर दिए गए थे। REET Examination
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हालांकि कुछ राज्यों में पेपर लीक की अफवाह और नकल करने की सूचना मिली लेकिन राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के दावे के अनुसार, परीक्षा शांतिपूर्ण रही है। बोर्ड का कहना है कि जिस पेपर को लेकर दावा किया जा रहा है वह पुराना है। पेपर लीक होने की अफवाह के चलते शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी खुद बोर्ड के दफ्तर पहुंचे और स्थिति की जानकारी ली। REET Examination
बोर्ड और प्रशासन ने रीट परीक्षा में नकल रोकने के हर संभव प्रयास किए। परीक्षा केंद्रों पर कैमरों से निगरानी रखी गई। भरतपुर, करौली, धौलपुर एवं सवाईमाधोपुर सहित अन्य संवेदनशील जिलों में परीक्षा के दौरान इंटरनेट सेवाओं को बंद रखा गया।