राजस्थान को एजुकेशन हब कहा जाता हैं। प्रदेश के कई क्षेत्रों को शिक्षा जगत में विशिष्ट कार्य करने पर विशेष पहचान मिली हैं। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे 2017 में रिसर्जेंट राजस्थान व ग्राम की तर्ज पर ही जयपुर फेस्टिवल ऑफ एजुकेशन का आयोजन करने जा रही हैं। इस आयोजन से राजस्थान के शिक्षक वर्ग, छात्र वर्ग व शिक्षा जगत में राजस्थान को विश्वस्तर पर नई पहचान मिलेगी।
एज्युकेशन फेस्टिवल को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाने पर दिया जा रहा है जोर
5 से 6 अगस्त को राजधानी के जयपुर एग्जिबिशन एंड कन्वेंशन सेन्टर (JECC) में एज्युकेशन फेस्टिवल आयोजित होने जा रहा है। फेस्टिवल की तैयारियों को लेकर बुधवार को शासन सचिवालय में मुख्य सचिव ओपी मीणा की अध्यक्षता में फेस्टिवल की तैयारियों की समीक्षा की। इस समीक्षा बैठक में माध्यमिक शिक्षा विभाग और उच्च शिक्षा विभाग के आला अधिकारी भी मौजूद रहे। समीक्षा बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने एज्युकेशन फेस्टिवल को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाने पर जोर दिया।
विश्वभर के विशेषज्ञों का होगा जमावड़ा
इस फेस्टिवल का आयोजन राजस्थान को एज्युकेशन हब बनाने के लिहाज किया जा रहा है। फेस्ट का नाम ‘फेस्टिवल ऑफ एजुकेशन’ (Festival of education) रखा गया है। इस एज्युकेशन फेस्टिवल में स्कूल शिक्षा के साथ ही उच्च शिक्षा को शामिल किया गया है। फेस्टिवल के दौरान छात्र और अध्यापक विश्वभर से आए शिक्षा विशेषज्ञों (Teaching Experts) से चर्चा करेंगे। इस मौके पर आयोजित सेमिनार में इस दौरान अध्यापन और लर्निंग एक्सपीरियंस में सुधार करने पर भी चर्चा की जाएगी।
दुबई के साथ मिलकर राज्य सरकार कर रही है आयोजन
बता दें कि यह राजस्थान सरकार यह आयोजन दुबई बेस्ड ‘जेम्स एजुकेशन’ (Gems education) के साथ मिलकर करने जा रही है। इस खास आयोजन का नाम होगा, ‘एंटरटेनिंग एंड इनफोर्मेटिव एक्स्ट्रावेगांजा’. जिसके लोगो को राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने 20 दिसंबर 2016 को दिल्ली में लॉन्च किया था। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इस दौरान कहा था कि राजस्थान की सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर काम किया है जिसके चलते निजी स्कूलों की तुलना में सरकारी स्कूलों में ज्यादा बच्चों की तादाद बढी है। जयपुर में होने वाले इस एजुकेशन फेस्टिवल में टीचिंग एंड लर्निंग सेशन, मास्टर क्लासेज, कॉन्सर्ट, एग्जिबिशंस और टैलेंट कॉम्पटीशिंस आयोजित किए जाएंगे।