
राजधानी जयपुर में चल रहे तीन दिवसीय कृषि समारोह ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट-2016 (ग्राम-2016) का शुक्रवार को समापन हुआ। ग्राम-2016 में आये मुख्य़ अतिथियों में केंद्रीय कृषि एंव किसान कल्याण मंत्री श्री राधामोहन सिंह शामिल रहे। श्रीसिंह ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि पहली बार किसी राज्य सरकार ने किसान और उद्दमी को एक मंच प्रदान किया है। यह मंच किसानों के लिए वरदान सिद्ध होगा।
वसुंधरा धरती, किसान धरती पुत्र
केंद्रीय कृषि मंत्री श्री राधामोहन सिंह ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को धरती बताकर किसानों को धरती पुत्र बताया और कहा कि वसुंधरा धरती को कहते है ओर किसानों को धरती पुत्र। इस लिहाज से मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने किसान पुत्रों के लिए ग्राम जैसा महान आयोजन किया हैं। जिससे उसके किसान पुत्र खुशहाल रह सकें।
देश को आगे बढ़ाना है तो गावों को आगे बढ़ाओं
श्रीसिंह ने कहा कि अगर देश को आग बढ़ाना हैं तो पहले गांवों को आगे बढ़ाना होगा। 2004 में किसान आयोग बना लेकिन उसके बाद किसानों की सुध लेने वाली सरकार नही रही। उन्होने कहा कि कांग्रेस सरकार में मृदा स्वास्थ्य मैनेजमेंट नही किया गया, फूड सिक्योंरिटी का कोई पता नही।
मृदा स्वास्थ्य कार्ड के लिए 568 करोड़
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने सत्ता संभालने के साथ ही किसान भाईयों की परवाह करना शुरु कर दी। जहां पूर्ववर्ती सरकार में मृदा स्वास्थ्य मैनेजमेंट के लिए 10 करोड़ खर्च किये गये वही मोदी सरकार ने मृदा स्वास्थ्य कार्ड बनाने के लिए 568 करोड़ रुपए खर्च किये है। अब 2017 में सभी किसानों के मृदा स्वास्थ्य कार्ड बन जाएंगे।
गंगानहर और नर्मदा नहर का होगा आधुनिकीकरण
राजस्थान सरकार ने अभी तक 23 लाख किसानों के नमूने इकट्ठे करने थे और उनमें से करीब 20 लाख 83 हजार नमूने एकत्रित हो चुके हैं। सरकार ने सिंचाई के लिए 80 हजार करोड़ कि योजनाओं को मंजुरी दी है। उन्होने कहा कि राजस्थान में सिंचाई के लिए गंगा नहर और नर्मदा नहर का आधुनिकीकरण का कार्य अभी तक नही हुआ है लेकिन इसके लिए सरकार ने कदम उठाया है और बजट भी पारित कर दिया है।
10 साल तक खाट पर सो रही थी कांग्रेस अब कर रही हैं खाट पर चर्चा
श्रीराधामोहन सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने पिछले 10 साल के शासन में खाट पर सो रही थी और अब वे खाट पर चर्चा कर रहे है। लेकिन देश और देश के किसान प्रगति की और आग बढ़ रहे हैं। राजस्थान सरकार के प्रयास ई-नाम का कॉंसेप्ट लेकर आये। आज देश भर की 200 मंड़ियों को इस योजना से जोड़ने के प्रयास सरकार कर रही है लेकिन राजस्थान ने अपनी 23 मंडियों को इस योजना से पहले ही जोड़ दिया हैं।
इजराइल की जगह राजस्थान आयेंगे दूसरे प्रदेस
राजस्थान में खेती की अपार संभावनाओं को देखते हुए केंद्रीय कृषि एंव किसान कल्याण मंत्री श्रीराधामोहन सिंह ने कहा कि राजस्थान की धरती पर खजूर, जैतून, मछली उत्पादन, तेलीय बीजों का उत्पादन, मधुमक्खी पालन, दुग्ध उत्पादन से किसानों और पशुपालकों के जीवन स्तर में परिवर्तन आया हैं। राजस्थान में कृषि विकास को देखकर लगता है कि जो प्रदेश पहले इजराइल जाते थे अब वे राजस्थान आएंगे।