राहुल गांधी को जब से कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष बनाया गया है, वह हर दिन कोई न कोई चौंकाने वाला फैसला ले रहे हैं। अब उन्होंने सबको चकित करते हुए पार्टी की वर्तमान कार्यकारिणी समिति को भंग कर दिया है। उनके इस फैसले के बाद माना जा रहा है कि राहुल अपनी टीम को नया आकार देने में जुट गए हैं। हालांकि यह कांग्रेस सुप्रिमो का व्यक्तिगत फैसला है लेकिन इसके पीछे आगामी महिनों में कई राज्यों के विधानसभा चुनावों के साथ लोकसभा चुनाव को माना जा रहा है। अब जल्दी ही राहुल गांधी नई कार्यकारिणी समिति की घोषणा करते नजर आएंगे। आपको बता दें कि पिछले महीने ही सोनिया गांधी की जगह राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष का पद भार संभाला है। Rahul Gandhi
माना जा रहा है कि अपनी नई कोर कमेटी के सहारे राहुल गांधी लोकसभा चुनावों से पहले राजस्थान, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ विधानसभाओं के चुनावों पर अपनी पकड़ मजबूत करने की पूरी कोशिश करेंगे। देश में लगातार कमजोर होती जा रही पार्टी की छवि को नई कोर कमिटी फिर से जान फूंकने की कोशिश कराई जाएगी। इस टीम में नए और पुराने लोगों को संयुक्त रूप से रखा जाएगा। यहां कुछ नए चेहरे देखने को मिल सकते हैं। साथ ही कुछ पुराने चेहरों को बाहर का रास्ता देखना पड़ सकता है। Rahul Gandhi
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जानकारी के अनुसार, कार्यसमिति के प्रमुख सदस्यों में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, पी. चिदंबरम, ए.के. एंटनी, अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, जनार्दन द्विवेदी व अशोक गहलोत का शामिल होना तय है। इसके अलावा, राहुल गांधी ने एक स्टीयरिंग कमिटी का भी गठन किया है जो कि आगामी प्लेनरी सेशन में पार्टी की रूपरेखा तय करेगी। अपने इस फैसलों से ऐसा लगता है कि राहुल गांधी पार्टी के अंदर ही एक विंग पूरी तरह रिसर्च आधारित खड़ा करना चाह रहे हैं। Rahul Gandhi