गांवों में रहने वाले लोगों को यदि अफनी हर छोटी-बड़ी समस्या के निराकरण के लिए बार बहार सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़े, तो उन्हे काफी मुश्किलों का सामना करना पडता हैं। इन्ही मुश्किलों को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की पहल पर सरकार द्वारा गांव-गांव में ग्राम पंचायत स्तर पर पं. दीनदयाल उपाध्याय जनकल्याण शिविर हर शुक्रवार को ग्राम पंचायतों में आयोजित किए जा रहे हैं।
एक स्थान पर 17 विभाग
जनकल्याण शिविरों में 17 विभागों के अधिकारी एक ही स्थान पर उपस्थित रहते हैं और वे अपने विभाग से संबंधित समस्याओं को सुनकर उनका मौके पर ही उन समस्याओं का मौके पर ही निराकरण करते हैं। इसके साथ ही निविरों में गांव के निवासियों को मुफ्त चिकित्सा जांच एवं दवाइयां भी उपलब्ध कराई जा रही हैं। अब तक 5127 ग्राम पंचायतों में ये शिविर आयोजित किये जा चुके हैं औऱ ये शिविर मार्च तक समूचे प्रदेश में आयोजित किये जाते रहेंगे।
न्याय आपके द्वार शिविर
बरसों पुराने राजस्व मामलों को कुछ ही मिनटों में सुलझाकर ग्रामीणों के चेहरे पर खुशी देने का काम सरकार द्वारा न्याय आपके द्वार शिविरों के माध्यम से किया जा रहा हैं। इन शिविरों के माध्यम से किया जा रहा हैं। इन शिविरों का आयोजन हर वर्ष हो रहा हैं। ये शिविर ऐसे लोगों के लिए वरदान साबित हो हुए हैं, जो ज़मीन के मामलों में अदालतों के चक्कर काट रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा लगाए गए इन शिविरों में ग्रामीणों एवं किसानों के ज़मीन से जुड़े स्वामित्व, खातेदारी अधिकार तथा उत्तराधिकार के झगड़ों और विवादों के लंबित मुकदमों का समाधान किया जाता हैं। तहसीलदार, पटवारी, सरपंच व भू-प्रबंधन से जुड़े लोग इन शिविरों में एख ही जगह मौजूद होते हैं, जिससे मामले का हर स्तर पर उचित समाधान किया जा सके।
70 लाख मामलों का निस्तारण
न्याय आपके द्वार अभियान में विभिन्न ग्राम पंचायतों में 28 हजार से अधिक शिविर लगाकर 70 लाख मामलों का निस्तारण किया जा चुका हैं। इन शिविरों के आयोजन से अब तर 523 ग्राम पंचायतें मुकदमों से मुक्त हो चुकी हैं। कई जगह भाई-भाई की लड़ाई भी खत्म हो गई, कहीं दोस्ती फिर से शुरु हो गई और कहीं बरसों से चला आ रहा न्याय का इंतजार खत्म हुआ हैं।
पं. दीनदयाल उपाध्याय जनकल्याण शिविर
प्रत्येक शुक्रवार को ग्राम पंचायतों में शिविर का आयोजन
17 विभागों के अधिकारी एक ही जगह उपस्थित
सरकारी योजनाओं की पूरी जानकारी उपलब्ध
न्याय आपके द्वार अभियान
28 हजार से अधिक शिविर हुए आयोजित
लगभग 70 लाख मामलों का हुआ निस्तारण
523 ग्राम पंचायतें हुई मुकदमों से मुक्त