पद्यावती विरोध: राजस्थान के दो इतिहासकार करेंगे फैसला कि इतिहास से छेड़छाड़ हुई है या नहीं Padmavati
संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्यावती को लेकर राजस्थान में कड़ा विरोध हुआ है। राजपूत समाज का कहना है कि फिल्म में दिखाई गई कहानी को तोड़मरोड़ कर पेश किया गया है और इतिहास के साथ छेड़छाड़ हुई है। यह विरोध राजस्थान से होता हुआ पूरे देश में और वहां से विदेशों में भी पहुंच गया है। यही वजह है कि यह फिल्म कहीं भी रिलीज नहीं हुई। अब सेंसर बोर्ड ने राजस्थान के दो इतिहासकारों को फिल्म देखने का न्यौता दिया है और इस मामले में उनकी राय मांगी है। यह इतिहासकार हैं प्रोफेसर बीएल गुप्ता और प्रोफेसर आरएस खंगारोत। दोनों इतिहासकारों को सीबीएफसी की तरफ से ये न्यौता दिया गया है। अब यह दोनों इतिहासकार तय करेंगे कि मुगल शासक अलाउद्दीन खिलजी और महारानी पद्यावती के इतिहास से जुड़ी इस फिल्म में वाकई में इतिहास से कोई छेड़छाड़ हुई है या फिर नहीं।Padmavati
प्रोफेसर बीएल गुप्ता जयपुर स्थित राजस्थान विश्वविद्यालय में इतिहास पढ़ाते हैं। उन्होंने मध्यकालीन भारत के इतिहास पर कई किताबें भी लिखी हैं। वहीं प्रोफेसर आरएस खंगारोत जयपुर के ही अग्रवाल कॉलेज के प्रिंसिपल है। प्रोफेसर खंगारोत ने एक इंटरव्यू में कहा है कि ‘यह पूरा विवाद भंसाली और करणी सेना या राजपूतों का नहीं है बल्कि ये विवाद भंसाली की फिल्म और इतिहास के बीच का है। ऐसे में फिल्म को देखने के बाद ही पता चल पाएगा कि इतिहास से वाकई छेड़छाड़ की गई है या नहीं।’ Padmavati
अब संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्यावती के भाग्य की डोर जयपुर के इन दोनों इतिहासकारों के हाथों में है। दोनों राजस्थान के हैं तो मिलीभगत का तो कोई सवाल ही नहीं उठता। फिल्म को देखने और समझने के बाद ही बता चल पाएगा कि आखिर असली माजरा है क्या। फिल्म की कहानी के साथ फिल्म के घूमर गीत पर भी काफी बवाल उठ चुका है। इतिहासकारों के सामने यह भी बड़ी चुनौती होगी कि अगर फिल्म में कुछ भी गलत नहीं है तो किस तरह राजस्थान के राजपूत समाज और करणी सेना को समझाया जाए या फिर रोका जाए। खैर जो भी हो, भंसाली के माथे की एक शिकन तो पक्का से दूर हुई होगी। Padmavati
आपको बता दें कि पद्यावती लंबे समय से विवादों में रही है। जयपुर में शूटिंग के दौरान करणी सेना के सदस्यों ने यहां आकर भंसाली और उनकी टीम से मारपीट भी की और सामान तोड़ दिया था। इस फिल्म की रिलीज 2 दिसम्बर में थी जिसे फिलहाल टाल दिया गया है। इस फिल्म में रणवीर सिंह ने अलाउद्दीन खिलजी, शाहिद कपूर ने रावल रतन सिंह और दीपिका पादुकोण ने रतन सिंह की पत्नी व महारानी पद्यावती का किरदार निभाया है। Padmavati