माँ शक्ति की आराधना के पर्व नवरात्री से जुडी कई मान्यताएं हैं। नवरात्रि पूजन सभी कामनाओं को पूर्ण करता है और शक्ति की उपासना हेतु नवरात्रि सर्वाधिक पवित्र समय है। देश के प्रत्येक कोने में इन नौ दिवसों में पूरा वातावरण उल्लासमय और भक्तिमय होकर ओजस्वी हो उठता है।
सबसे प्रचलित कथा है माँ महिषासुरमर्दिनी की। कहा जाता है की महिषासुर के कठोर तप से प्रसन्न हुए भगवान शिव ने उसे वरदान दिया कि कोई देवता या असुर उस पर विजय प्राप्त नहीं कर सकेगा। यह वरदान मिलने के बाद परम शक्ति के वाहक महिषासुर ने तीनों लोकों पर अपना आधिपत्य स्थापित करना शुरू कर दिया। तब महिषासुर के इस दुस्साहस से क्रोधित होकर असुरों का नाश करने के लिए सभी देवताओं ने माँ देवी दुर्गा की रचना की। इन 9 दिन देवी-महिषासुर के बीच घोर संग्राम हुआ और अंतत: वे महिषासुरमर्दिनी कहलाईं।
शारदीय नवरात्रि खत्म होने में अभी समय बचा हुआ है। पूरे देश में माँ शक्ति की विभिन्न तरीकों से आराधना हो रही है व् महोत्सव मनाया जा रहा है। धर्मग्रन्थों में मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए कई तरीके बताए गए हैं। इन साधारण विधियों से माँ देवी को प्रसन्न करना संभव है।
कमल का पुष्प
शारदीय नवरात्रि में माँ देवी से वैभव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए नौ दिनों में किसी भी एक दिन अपने घर पर कमल का फूल पूजन में रखें। कमल का फूल माता लक्ष्मी को बहुत पसंद होता है इससे आपकी धन सम्बंधित परेशानियां दूर हो सकती है।
विघ्नहर्ता का मनुहार
विघ्नहर्ता गणेशजी के शौर्य-साहस तथा तज्जनित नेतृत्व के परिचायक हैं। अगर आप चाहते है कि आगे आने वाले साल तक देवी दुर्गा कृपा बनी रहे तो घर में नवरात्रि के दिनों में माता लक्ष्मी या भगवन गणेश के चित्र से अंकित सोने या चांदी का सिक्का जरुर लाएं।
कौड़ी
शास्त्रों के अनुसार कई चीजों के चमत्कारी उपाय बताए गए हैं। इन्हीं चीजों में से एक खास चीज है, लक्ष्मी की प्रिय कौड़ी। महालक्ष्मी समुद्र मंथन के समय प्रकट हुई थीं और कौड़ी भी महासागर के तटों से ही प्राप्त होती है। लक्ष्मी और कौड़ी, दोनों ही समुद्र से प्रकट होती हैं, इसी वजह से महालक्ष्मी को कौड़ी अत्यंत प्रिय है। धन संबंधी दिक्कतों को दूर करने के लिए घर की तिजोरी में लाल कपड़े के साथ कौड़ी को रखें।
लाल गुड़हल का फूल
फूलों में कोमलता और सरसता दोनों के गुण विधमान है। नवरात्र में माता की विशेष पूजा के लिए लाल गुड़हल के फूल चढ़ाये जाते है। माना जाता है की माँ दुर्गा को लाल गुड़हल का फूल बहुत ही प्रिय होता है इसलिए नवरात्रि के पूरे 9 दिनों तक गुड़हल का फूल जरूर चढ़ाए। इससे आपकी परेशानियों का अंत होगा।
मां लक्ष्मी की तस्वीर
शारदीय नवरात्रि में एक दिन घर में कमल पर बैठी मां लक्ष्मी की तस्वीर लाना शुभ होता है। अगर उनके हाथों से धन वर्षा हो रही हो तो यह और भी अच्छा माना जाता है। इससे घर में खुशी और समृद्धि आती है।
श्रृंगार का सामान
शारदीय नवरात्रि में एक दिन सोलह श्रृंगार का सामान घर जरूर लाना चाहिए। इसे पूजा स्थल पर विराजमान मां दुर्गा के पास रख देना चाहिए। इससे घर में कभी धन और खुशियों की कमी नहीं होगी।
मोर पंख
मां दुर्गा अपने सरस्वती स्वरूप में मोर पर विराजती है। ऐसे में नवरात्रि में एक दिन घर पर मोर का पंख जरूर लाएं। इसे घर में पूजा स्थल पर रखेंगे तो विद्या और धन की कमी नहीं होगी।
भोग
नवरात्रि में देवी मां को उनका पसंदीदा भोजन अर्पित करने पर दुर्गा जी खुश होती हैं और भक्त पर विशेष कृपा बरसाती हैं। यह बात भी बिलकुल सच है कि मां दुर्गा को सच्चे मन से जो कुछ भी अर्पित किया जाये, उससे वो प्रसन्न होती हैं और भक्त को मनोकामना पूर्ण होने का वरदान भी देती हैं, लेकिन अगर संभव हो तो मां पसंद का भोग लगाने में पीछे नहीं हटना चाहिए।
नवरात्र के नौ दिनों में देवी मां को नौ अलग-अलग पदार्थ चढ़ाए जाने का विधान है। पहले दिन मां शैलपुत्री को कुट्टू यानी कि शैलअन्न का भोग लगाया जाता है। दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी को दूध और दही का भोग लगाएं। तीसरे दिन मां चंद्रघंटा पर चौलाई यानी रामदाना का भोग लगाएं। चौथे दिन दिन मां कूष्माण्डा को पेठे का भोग चढ़ाएं। पांचवें दिन मां स्कन्दमाता को जौ-बाजरा का भोग लगाएं। छठे दिन मां कात्यायनी को लौकी का भोग लगाएं। सातवें दिन मां कालरात्रि को काली मिर्च और कृष्ण तुलसी यां काले चने का भोग लगाएं। अष्टमी के दिन मां महागौरी को साबूदाना अर्पित करें। नवमी पर मां सिद्धिदात्री को आंवले का भोग लगाएं।