धड़ों में बंटती जा रही प्रदेश कांग्रेस की थोथी राजनीति अब खुलकर सामने आ रही है। इसके चलते प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट का ‘मेरा बूथ मेरा गौरव’ कार्यक्रम एक संवाद का नहीं बल्कि जंग का अखाड़ा बनता जा रहा है। जयपुर, बीकानेर और नागौर के बाद अब चूरू में भी मेरा बूथ मेरा गौरव कार्यक्रम के दौरान लात-घूसे चले और दो गुटों के नेताओं और उनके समर्थकों ने जमकर एक—दूसरे की पगड़ी उछाली। Mera Booth Mera Gourav
इस दौरान दोनों कांग्रेसी नेताओं ने एक—दूसरे पर पार्टी को बांटने का आरोप लगाया। यही नहीं, एक नेता के समर्थक छात्रसंघ अध्यक्ष के साथ मारपीट भी की। बीच—बचाव के बाद कहीं जाकर मामला समाप्त हुआ। Mera Booth Mera Gourav
हुआ कुछ यूं कि जिले की तारानगर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस का मेरा बूथ मेरा गौरव कार्यक्रम चल रहा था। यह सीट कांग्रेस की परम्परागत सीट है। कार्यक्रम के दौरान जब संबोधन के लिए पूर्व सांसद नरेन्द्र बुड़ानिया का नाम पुकारा गया तो पूर्व विधायक डॉ.सीएम बैद के समर्थकों ने बुड़ानिया का विरोध करते हुए हंगामा शुरू कर दिया।
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इतना ही नहीं, समर्थकों ने बुड़ानिया के हाथों से माइक छीन लिया। बस फिर क्या था, माहौल गर्मा गया। कुछ कार्यकर्ताओं के आपस में उलझने से बात हाथापाई पर आ गई। इसी दौरान कुछ कार्यकर्ताओं ने बुड़ानिया समर्थक एनएसयूआई से जालपा देवी कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष सुरेन्द्र पुनिया को मंच से खींच पिटाई कर दी। इसके बाद समारोह स्थल पर जमकर लात—घूसे चले और करीब पौने घंटे तक हंगामा चलता रहा।
बाद में सहप्रभारी निजामुदीन व जिलाध्यक्ष भंवरलाल पुजारी सहित जिला सहप्रभारी जियाउर रहमान आरिफ ने मंच से नीचे उतर कार्यकर्ताओं से समझाईश की। तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ।
गौरतलब है कि महीनेभर पहले शाहपुरा में भी कांग्रेस के दो नेताओं के समर्थकों के बीच जमकर लात—घूसे चले थे। यहां पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संदीप चौधरी भी इसकी चपेट में आ गए थे और उनकी जमकर पिटाई हुई थी। यहां उनके कपड़े भी फटे थे और उनकी गाड़ी में भी तोड़—फोड़ हुई थी। इसके बाद नागौर के डिडवाना और बीकानेर जिले में भी इसी तरह कांग्रेस की किरकिरी हुई थी।