वसुंधरा राजे के बिना राजस्थान में बीजेपी की जीत संभव नहीं? जानिए पीछे की वजह

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    जयपुर। कहते हैं एक तस्वीर 100 शब्दों के बराबर होती है। लोग जो बात जुबान से नहीं कहते वह तस्वीर बयां कर देती है। राजस्थान से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जिसको लेकर देश भर में चर्चा हो रही है। इस तस्वीर से बीजेपी के अंदर की बदलती केमिस्ट्री नजर आ रही है। बीते कुछ दिनों से प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर घमासान जारी है। कांग्रेस और बीजेपी के दिग्गज लीडर चुनावी मैदान में मोर्चा संभाल रखे हैं। बीजेपी और कांग्रेस ने अभी तक मुख्यमंत्री के चेहरे का ऐलान नहीं किया है। बीजेपी का कहना है कि इस बार पार्टी गुलाब के फूल पर चुनाव लड़ेगी।

    पीएम मोदी और वसुंधरा राजे एक साथ
    बीच में ऐसी खबरें आ रही थी कि प्रदेश की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री चेहरा नहीं बनाए जाने के कारण मैडम नाराज है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। बीते दिनों बारां में एक चुनावी रैली के दौरान पीएम मोदी और वसुंधरा एक साथ मंच पर आए। दिलचस्प बात यह है कि उनके साथ पूर्व सीएम के बेटे दुष्यंत सिंह भी बैठे हुए थे। मंच पर मैडम और मुख्यमंत्री के बीच वार्तालाप हुई। इसकी तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं।

    राजे के बिना राजस्थान जीतना असंभव
    अब कैसे लगाए जा रहे हैं कि वसुंधरा राजे के बिना बीजेपी को राजस्थान में जीत नहीं मिल सकती इसलिए पार्टी वसुंधरा राजे के और झुकते हुए नजर आ रहे हैं। प्रदेश की जनता और कार्यकर्ता पहले भी कई बार इस बात को दोहरा चुके हैं कि प्रदेश में पार्टी को जीत सकती है तो वह है सिर्फ वसुंधरा राजे।

    तीसरी बार मुख्यमंत्री बनेगी वसुंधरा राजे
    जहां वसुंधरा की रैली होती है या उनका रोड शो तो वहां जबरदस्त भीड़ देखने को मिलती है। इससे साबित होता है कि जनता इनको बहुत प्यार और सम्मान करती है और आने वाले चुनाव में राजे को ही मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती है। माना जा रहा है कि चुनाव में भारतीय जनता पार्टी दावा कर रही है कि इस बार भारी बहुमत के साथ राजस्थान में सरकार बनेगी। इसी बीच चर्चा होने लगी है कि तीन दिसंबर को परिणाम जारी होने के बाद तीसरी बार वसुंधरा राज्य को मुख्यमंत्री के कमान सौंपी जाएगी।