जयपुर। प्रदेश के बांसवाड़ा जिले से क्वारंटाइन युवती से डॉक्टरों की छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। जिले के लाेधा क्वारेंटिन सेंटर और फिर एमजी अस्पताल में भर्ती शहर की एक 21 वर्षीय युवती ने बुधवार काे कुछ महिलाओं के साथ कलेक्टर काे लिखित शिकायत की। युवती की शिकायत इतनी गंभीर थी कि कलेक्टर ने इसे सीधे एसपी कार्यलाय के लिए भेज दिया। युवती ने बताया कि उनके ताउजी काेराेना संक्रमित पाए गए थे। जिस पर उनके परिवार काे भी जांच के लिए बुलाया गया था। 29 जुलाई काे युवती मां के साथ एमजी अस्पताल पहुंची। जहां से उन्हें लाेधा क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया गया। जहां दाे-तीन दिन में तबीयत खराब हाेने पर वापस एमजी अस्पताल भेजा गया। लेकिन, इससे पहले लाेधा में एक व्यक्ति उनकी देखभाल कर रहा था जिसने खुद काे डाॅक्टर बताया था।
युवती ने बताया कि वह उनसे वॉट्सएप पर चेट करने लगे। शुरूआत में ताे युवती ने समझा कि डाॅक्टर है इसलिए हालचाल पूछ रहे हाेंगे। ऐसा करके ध्यान नहीं दिया। लेकिन बाद में मैसेज बढ़ने लगे। युवती ने बताया कि डाॅक्टर मैसेज कर कहते है कि आपने अभी तक उनका नंबर सेव नहीं किया। क्वारंटाइन के बाद मिलने आएगी क्या। इतना ही नहीं जब युवती एमजी अस्पताल शिफ्ट हाे गई तब भी डाॅक्टर मैसेज कर फाेटाे भेजने के लिए कहने लगा।
युवती ने इनकार कर दिया ताे डाॅक्टर एमजी अस्पताल में मिलने के लिए पहुंच गया। युवती ने यहां तक कहा कि उन्हाेंने मैसेज किया था कि जब वह गांव से आएंगे ताे उनकी हाेटल पर बुलाएंगे। युवती ने अपनी शिकायत में बताया कि एमजी अस्पताल में भी एक अन्य डाॅक्टर ने उन्हें वॉट्सएप मैसेज भेजे। जिनमें कुछ मैसेज एक डाॅक्टर और पेशेंट के बीच हाेने वाले मैसेज के अलावा गैरवाजिब लगे। युवती ने बताया कि हाेम क्वारंटाइन हाेने के बाद भी उन्हें मैसेज किए जा रहे थे।