मुख्यमंत्री राजे ने मांगी रिपोर्ट, कहा, दीन दयाल शिविरों में कितना हुआ जन कल्याण

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मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजस्थान के आम नागरिक की स्मस्याओं का निराकरण करने के लिए पंडित दीन दयाल उपाध्याय अभियान चलाया। इस अभियान से प्रदेश के लाखों लोगों की सभी स्तर की समस्याओं को निपटाया गया हैं। प्रदेश में हर शुक्रवार को अलग-अलग पंचायत समितियों में आयोजित किए जा रहे पंडित दीन दयाल उपाध्याय जन कल्याण पंचायत सिविरों में जनता को किस हद तक राहत पहुंची, इसके लिए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रभारी मंत्रियों व सचिवों से स्टेट्स रिपोर्ट मांगी हैं। इस रिपोर्ट से दीनदयाल जन कल्याण शिविरों में हो रहे राहत कार्यों की वस्तुस्थिती का ज्ञान हो सकेगा। रिपोर्ट के मद्देनजर आगामी कार्य योजना में नएल प्रावधान शामिल किए जा सके।

आमजन की समस्याओं की सुनवाई कर उनके समाधान एवं निराकरण की व्यवस्था सुनिश्चित करने तथा नागरिकों को सुशासन उपलब्ध करने की दृष्टि से आयोजित किए जा रहे पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन कल्याण पंचायत शिविरों की नियमित समीक्षा के लिए प्रभारी मंत्रियों और सचिवों को प्रति माह प्रभार वाले जिलों में दौरे एवं मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी सौंपी हैं। मुख्यमंत्री राजे ने 19 अक्टुबर 2016 को प्रभारी मंत्रियों और सचिवों की बैठक में शिविरों की समीक्षा में यह निर्देश दिए थे। इसके बाद तीन माह में शिविरों की अपडेट स्टेटस रिपोर्ट मांगी हैं।

बताएं अब तक की प्रगति

प्रशासनिक सुधार विभाग के प्रमुख शासन सचिन पवन कुमार गोयल ने प्रभारी मंत्रियों और सचिवों के जिले में दौरे एवं निरीक्षण के लिए अतिरिक्त दिशा निर्देश जारी करते हुए अब तक शिविरों के संबंध में मौका मुआयना कर ली गई वस्तुस्थिती की अब तक की प्रगति रिपोर्ट मुहैया करवाने को वस्तुस्थिति से अवगत कराया जा सके।

यहां जाने पंडित दीन दयाल उपाध्याय अभियान के बारे में

ग्रामीणों की समस्याओं के निराकरण, ग्रामोत्थान की गतिविधियों को प्रभावी बनाने तथा जरूरतमन्दों को जनकल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों से लाभान्वित करने के लिए मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की अभिनव पहल पर शुक्रवार से प्रदेशभर में ग्रामीणों की उत्साह भरी भागीदारी के बीच पं. दीनदयाल उपाध्याय जन कल्याण पंचायत शिविरों का समारोहपूर्वक शुभारंभ हुआ। प्रदेश की तकरीबन सभी 295 पंचायत समितियों में दो-दो ग्राम पंचायतों में शिविर आयोजित किए गए। रंग-बिरंगी पारम्परिक ग्रामीण अपनी समस्याओं का निराकरण की उम्मीद के साथ शिविरों में पहुंचे, जहां उचित निराकरण की कार्यवाही अधिकारियों द्वारा की गई।

सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का अंतिम छोर पर पहुंचे लाभ

सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ गांव के अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक पहुंचाने के उद्देश्य से इन शिविरों में विभिन्न विभागों से संबंधित समस्याओं का मौके पर ही समाधान किया गया। साथ ही, इन शिविरों के जरिए आमजन को विभिन्न विभागों में चल रही योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी भी दी गई, ताकि लोग इन योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठा सकें। पं. दीनदयाल उपाध्याय जन कल्याण पंचायत शिविरों का नोडल विभाग पंचायतीराज विभाग को बनाया गया है। सभी विभागों की पंचायत स्तरीय टीमों का गठन कर ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को सम्मिलित किया गया है। इन शिविरों के लिए उपखण्ड अधिकारियों को प्रभारी बनाया गया है।

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