कश्मीर में शहीद शेखावटी के सपूत राजेन्द्र नैण का सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

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    राजेन्द्र नैण

    राजस्थान के एक जवान ने देश के लिए शहादत देकर प्रदेश का ​सिर गर्व से ऊंचा किया है। शहीदों की धरती कहे जाने वाले शेखावटी क्षेत्र के चूरू जिले के अंतर्गत गौरीसर गांव निवासी राजेन्द्र नैण आंतकियों से लोहा लेते हुए इतिहास में सदा के लिए अमर हो गए। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में रविवार तड़के सीआरपीएफ कैंप पर हुए आतंकवादी हमले में शहीद हुए राजस्थान के राजेन्द्र नैण का आज मंगलवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ।

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    राजेन्द्र नैण को अंतिम विदाई देने के लिए उनके पैतृक गांव रतनगढ़ के गौरीसर में शहादत को सलाम करने बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। अपने लाड़ले के अंतिम दर्शन करने हजारों की संख्या में लोग उमड़े और राजेन्द्र अमर रहे और भारत माता की जयकारों के नारे लगाए जिससे पूरा वातावरण गुंजायमान हो गया। इससे पहले शहीद की पार्थिव देह चूरू पहुंचने के बाद रतनगढ़ पुलिस थाने में रखवाई गई थी। शहीद राजेन्द्र नैण की पार्थिव देह के साथ करीब एक दर्जन सैन्य अधिकारी भी चूरू पहुंचे। सोमवार को मौसम खराब होने के कारण शहीद का शव श्रीनगर से शाम तक दिल्ली पहुंचा, जहां से सड़क मार्ग से रतनगढ़ लाया गया।

    40 दिन पहले ही 14 दिन की छुट्टी पर आए थे शहीद राजेन्द्र नैण

    राजस्थान का सपूत राजेन्द्र नैण करीब 3 साल पहले केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल में भर्ती हुआ था।राजेन्द्र की सहादत को उनका गांव गौरीसर ही नहीं पूरा शेखावाटी अंचल और देश नमन कर रहा है। राजेन्द्र के शहीद होने की ख़बर लगने के बाद से ही गांव में सन्नाटा पसरा रहा। राजेन्द्र के पिता सहीराम को अपने बेटे को खो देने का गम था लेकिन उसकी शहादत पर उन्हें गर्व भी है। सहीराम ने कहा कि उनके बेटे ने देश के लिए प्राण न्यौछावर किए हैं इस पर उन्हें गर्व है। राजेन्द्र तीन भाइयों में सबसे छोटा है। तीन दिन पहले ही परिजनों और दोस्तों ने राजेन्द्र को फोन कर नए वर्ष की शुभकामनाएं दी थी। राजेन्द्र करीब 40 दिन पहले ही 14 दिन की छुट्टी पर गांव आया था। राजेन्द्र नवंबर में छुट्‌टी के लिए गांव आए थे तब गांव कांगड़ में भाजपा द्वारा आयोजित कबड्डी खेल प्रतियोगिता में भी भाग लिया था।

    प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शहादत पर जताई संवेदना

    राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने आतंकवादी हमले में चूरू जिले के गौरीसर निवासी सीआरपीएफ जवान राजेन्द्र नैण एवं अन्य जवानों की शहादत पर संवेदना व्यक्त की है। सीएम राजे ने अपने संवेदना संदेश में कहा कि सीआरपीएफ के इन जवानों की शहादत से पूरे देश का सिर गर्व से ऊंचा हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि देश के लिए अपनी जान की कुर्बानी देने वाले इन सीआरपीफ जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी। मुख्यमंत्री राजे ने ईश्वर से दिवंगत जवानों की आत्मा की शांति तथा शोक संतप्त परिजनों को यह आघात सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।

    आंतकी हमले में सीआरपीएफ के 5 जवान हुए हैं शहीद और 3 अन्य घायल

    जम्मू-कश्मीर के पुलवामा के पास अवंतिपुरा में रविवार तड़के 2 बजे सीआरपीएफ कैंप पर हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के पांच जवान शहीद हो गए हैं जबकि 3 जवान घायल है। भारतीय सुरक्षा बलों ने आॅपरेशन चलाकर हमले में शामिल तीनों आतं​कियों को मार गिराया है। जैश ए मोहम्मद के आतंकियों के साथ मुठभेड़ करीब 36 घंटे तक चली। मारे गए आतंकियों में से एक फरदीन अहमद खांडे की उम्र मात्र 16 साल थी। वह 10वीं क्लास का छात्र था और उसके पिता गुलाम मोहम्मद खांडे जम्मू कश्मीर पुलिस में कॉन्सटेबल है। सुरक्षा के लिहाज से जिले में इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई और रेल सेवाएं भी स्थगित रही।

    शेखावटी के सपूत की अंतिम विदाई में ये रहे मौजूद

    शहीद राजेन्द्र कुमार नैण की अंतिम विदाई में राजस्थान सरकार के देवस्थान मंत्री राजकुमार रिणवां, राज्यसभा सांसद नरेन्द्र बुड़ानिया, अंतर्राष्ट्रीय खिलाडी कृष्णा पूनिया, जिला प्रमुख हरलाल सारण, जिला कलेक्टर, एसपी सहित एक दर्जन सैन्य अधिकारी शहीद की अंतिम विदाई में मौजूद रहे थे।

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