जयपुर। राजस्थान की सत्ता पर वापसी के लिए भारतीय जनता पार्टी ने जोर-शोर से तैयारियां शुरू कर दी हैं। बीजेपी की परिर्वतन यात्रा झालावाड़ पहुंची तो चर्चाओं के केंद्र में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे रही। यात्रा के पहले चरण का नेतृत्व करने वाली पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के गृह क्षेत्र से परिवर्तन संकल्प यात्रा निकाली गई जिसमें पार्टी की वरिष्ठ नेता दिखाई नहीं दी। झालावाड़ में पार्टी के कार्यक्रम से उनकी अनुपस्थिति ने कई तरह के सवाल खड़े कर दिए। पिछली सभी यात्राओं में वसुंधरा राजे की मौजूदगी के चलते जोरदार उत्साह देखने को मिला था जो इस बार काफी कम रहा है। झालावाड़ जिले में यात्रा के दौरान इस बार वसुंधरा राजे सिंधिया की मौजूदगी नहीं है जो कहीं ना कहीं यात्रा को प्रभावित कर रही है। एक बार फिर पार्टी की अंदरूनी कलह को लेकर चर्चाएं तेज हो गई। वहीं, इसे लेकर कई तरह के कयास भी लग रहे हैं। जिनपर विराम लगाते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पार्टी में सब ठीक है।
पुष्कर सिंह धामी ने दिया जवाब
झालावाड़ में कार्यक्रम के लिए कोटा पहुंचे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इन अटकलों को खारिज कर दिया। उन्होंने यह विश्वास भी जताया कि बीजेपी राजस्थान में सत्ता में लौटेगी, जहां इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। कांग्रेस के बीजेपी के अंदर गुटबाजी का दावा और राजे की अनुपस्थिति को लेकर पूछे जाने पर, धामी ने संवाददाताओं से कहा, भाजपा न केवल देश बल्कि दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है। पार्टी में हर कोई एकजुट होकर काम कर रहा है और भाजपा यहां (राजस्थान) सत्ता में वापसी करेगी।
कार्यकर्ता बोले- राजे का काम बोलता है, पूरे प्रदेश में उनका प्रभाव
प्रदेश की दो बार मुख्यमंत्री रही वसुंधरा राजे के नही आने का कारण पूछा ओर उनके नही आने पर कितना प्रभाव पड़ेगा। जब पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का यात्रा में मौजूद नहीं रहने का कारण पूछा गया तो सभी कहा कि किसी वजह के चलते नहीं आई होगी। उनका काम बोलता है निश्चित रूप से उनका जिले के साथ पूरे प्रदेश में प्रभाव हैं। प्रदेश हर कौने में मैडम के समर्थक है।
राजे ने 33 साल से कर रहीं प्रतिनिधित्व
पूर्व सीएम वसुंधरा ने झालावाड़ क्षेत्र का पिछले 33 साल से राजनीतिक रूप से प्रतिनिधित्व किया है। राजे 1989 से 2003 तक पांच बार संसद में झालावाड़ से निर्वाचित प्रतिनिधि रहीं। इसके बाद, उन्होंने झालावाड़ जिले के झालरापाटन निर्वाचन क्षेत्र से विधायक के रूप में कार्य करके अपनी राजनीतिक यात्रा जारी रखी।