एम. वैंकैया नायडू के उपराष्ट्रपति पद पर निर्वाचन और उनके इस्तीफे से खाली हुई राज्यसभा सीट पर भाजपा ने के.जे.अल्फोंस कन्ननथनम को उम्मीदवार बनाया है। अल्फोंस कन्ननथनम हाल में किसी भी सदन से सदस्य नहीं हैं। अल्फोंस कन्ननथनम फिलहाल केन्द्रीय पर्यटन राज्य मंत्री का पदभार संभाले हुए हैं। राजस्थान में राज्यसभा की रिक्त सीट के लिए आज सोमवार को अधिसूचना जारी होनी है। नामांकन की अंतिम तिथि 6 नवंबर और मतदान तिथि 16 नवंबर है। आपको बता दें कि राजस्थान विधानसभा में मौजूद 199 विधायक (मांडलगढ़ सीट खाली है—कुल सीट 200) अपने मताधिकार कर राज्यसभा सदस्य को चुनेंगे। विधासभा में भाजपा विधायकों की संख्या 161 हैं। इसी आधार पर अल्फोंस कन्ननथनम का राज्यसभा में जाना तय है। अल्फोंस कन्ननथनम का कार्यकाल 4 जुलाई, 2022 तक रहेगा। उनके राज्यसभा में जाते ही केन्द्र सरकार में प्रदेश कोटे से मंत्रियों की संख्या बढ़कर 7 हो जाएगी। अल्फोंस कन्ननथनम के राज्यसभा में जाने से केन्द्र में प्रदेश का प्रतिनिधत्व बढ़ जाएगा। अल्फोंस कन्ननथनम को प्रत्याशी बनाए जाने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने केंद्रीय नेतृत्व का आभार जताया है।
आगामी 6 महीनों में 2 राज्यसभा सीटों पर होने हैं चुनाव
फिलहाल राज्यस्थान से राज्यसभा में कुल 10 सीटें हैं। इनमें से 7 सीटों पर भाजपा और अन्य 2 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है। एक सीट खाली है जिसपर चुनाव होने हैं। कांग्रेस सदस्य नरेंद्र बुढ़ानिया और अभिषेक मनु सिंघवी का कार्यकाल 7 अप्रैल, 2018 को पूरा होने जा रहा है। जब इन दोनों सीटों पर चुनाव होंगे तो राजस्थान विधानसभा में मौजूद विधायकों की संख्या के दम पर इन दोनों का फिर से राज्यसभा में जाना नामुमकिन हो जाएगा। यानि ये दोनों सीटें भाजपा के खाते में जाना तय है।
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राज्यसभा की सभी सीटों पर होगा भाजपा का कब्जा
फिलहाल प्रदेश से राज्यसभा में मौजूद कुल 10 सीटों में से केवल 2 सीटों पर कांग्रेस सदस्य मौजूद है। कांग्रेस के दो सदस्यों का कार्यकाल अगले साल अप्रैल में पूरा हो रहा है। राजस्थान विधानसभा में 161 विधायक के साथ भाजपा ही इन दोनों सीटों पर कब्जा करने में सफल हो जाएगा। ऐसे में राज्यसभा की सभी 10 सीटों पर भाजपा का अधिकार हो जाएगा।