हर जगह से हार का मुंह देखने वाली कांग्रेस के आला नेताओं में आपसी कलह एक बार फिर खुलकर सामने आई है। कांग्रेस को पहले यूपी गोवा, उत्तराखंड़ और मणिपुर विधानसभा में शिकस्त मिलने के बाद राजस्थान का धौलपुर और दिल्ली एमसीडी चुनाव में करारी हार मिली है। कांग्रेस पार्टी की हालत दिन ब दिन बुरी होती जा रही है। दिल्ली एमसीडी चुनाव में हार के बाद दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने शीला दिक्षित पर हार का ठीकरा फोड़ जिम्मेदारी से मुक्ती पाने के लिए राहुल गांधी को इस्तीफा लिख दिया लेकिन गांधीजी ने उसे स्वीकार नही किया। राहुल गांधी के इस रवैये पर दिल्ली की पूर्वमुख्यमंत्री शीला दिक्षित ने राहुल गांधी पर पहलटवार किया है और कहा कि अगर राहुल गांधी अपने दफ्तर में समय गुजारे तो पार्टी इस बुरी दशा से उबरे लेकिन राहुल के पास पार्टी के लिए टाईम ही नही है।
सपा-कांग्रेस गठबंधन सबसे बड़ी भूल, राहुल रोजाना जाए मुख्यालय: शीला
पार्टी की वरिष्ठ नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने पार्टी को कुछ सलाह दी है। खबर के मुताबिक शीला ने यूपी चुनाव में सपा-कांग्रेस गठबंधन को एक बड़ी गलती बताया है। साथ ही राहुल गांधी को रोजाना कांग्रेस मुख्यालय में समय बिताने की सलाह भी दी है।
मैने खुद को कर लिया था अलग
शीला ने कहा कि मैंने गठबंधन के करीब 10 दिन पहले एक इंटरव्यू में कहा था कि अगर गठबंधन होता है तो मैं इससे अलग रहूंगी, क्योंकि सीएम पद के दो उम्मीदवार नहीं हो सकते। मेरी समझ से ये अच्छा फैसला नहीं था और हम सात सीटों पर सिमट के रह गए।
अपनों से मिलने का वक्त निकाले राहुल
वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर पूर्व सीएम ने कहा कि उन्हें (राहुल गांधी) भी सोनिया गांधी की तरह रोजाना कांग्रेस मुख्यालय में दो से तीन घंटे का समय देना चाहिए। जब सोनिया गांधी पार्टी अध्यक्ष बनीं थीं तो वो हर दिन कांग्रेस मुख्यालय में अपना वक्त देती थी। उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगता है कि अगर राहुल गांधी भी कांग्रेस मुख्यालय में अपना समय देंगे और लोगों से मिलेंगे तो माहौल जरूर बदलेगा।