हमारा देश तेज़ी से बदल रहा है। गत वर्ष नवम्बर में प्रधानमन्त्री द्वारा नोटबंदी के ऐलान के बाद भारत में नए डिजिटल प्रौद्योगिकी को बढ़ावा मिला है। उसके साथ-ही-साथ केंद्र सरकार द्वारा लायी गयी परियोजनाएं, जैसे कि डिजिटल इंडिया, कौशल भारत मिशन, मेक इन इंडिया, स्मार्ट हेल्थ प्रोग्राम तथा स्मार्ट सिटी आदि के द्वारा जनता में भी इन्टरनेट तथा नयी तकनीकों के प्रति जानकारी बढ़ी है। इन सभी परियोजनायों का मुख्य उद्देश्य है सरकारी तथा निजी संस्थानों के बीच एक मजबूत गठबंधन स्थापित करना, जिसकी मदद से भविष्य में भारत विश्व लीडर के तौर पर उभर सके।
नवाचार तथा नयी प्रद्योगिकी का किसी भी देश के विकास में एक महत्वपूर्ण स्थान हैं। इस विचार को मद्देनज़र रखते हुए राजस्थान की राजधानी जयपुर में आज 12वीं ई-इंडिया अभिनव सम्मिट २०१७ (12th e-India Innovation Summit) का जोरदार उदघाटन किया गया। इस सम्मेलन के माध्यम से सरकारी एवं निजी संस्थानों के सभी दिग्गज आईटी और ई प्रशासन की भूमिका पर विचार विमर्श करेंगे। इसके साथ ही आधार कार्ड जैसे नवाचारों को बढ़ावा दिया जाएगा जिससे कि युवा वर्गों को रोजगार मिले तथा देश की आर्थिक व्यवस्था और मजबूत हो सके। सरकार देश भर में उद्यमशीलता, शहरीकरण तथा औद्योगीकरण को बढ़ावा देने के कोशिश करेगी।
यह सम्मेलन तीन भागों में आयोजित किया जायेगा– विचार-विमर्श हेतु आयोजित एक-दिवसीय मीटिगं, पुरस्कार वितरण समारोह तथा तकनीकी प्रदर्शनी। इस सभा में डिजिटल अन्वेषकों, उद्यमीयों, उद्योग जगत के नामी-गिरामी दिग्गजों, आविष्कारकों, स्टार्ट – अप कंपनीयों, उद्योगपतियों, निजी संस्थानों तथा नेताओं को एक मंच पर लाने का जटिल कार्य करेगा। इसके माध्यम से डिजिटलीकरण में आगे आने वाले अवसरों, चुनौतियों तथा प्रथाओं पर मंथन होगा।
या सम्मलेन राजस्थान सरकार उद्योग विभाग ने इलेट्स टेक्नोमेडिया नामक एक निजी संस्थान के साथ मिल कर आयोजित किया। आज इस सम्मलेन का उद्घाटन उद्योग मंत्री, श्री राजपाल सिंह शेखावत द्वारा रामबाग पैलेस में किया गया। इस मौके पर राज्य वित्त और कारपोरेट मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल, इलेक्ट्रानिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री पी.पी. चौधरी संग कई प्रवासी भारतीयों, अफसरों तथा मंत्रियों ने शिरकत की।