1000-500 की नोटबंदी के फेर में आया एक सियासी कारोबारी, तिलमिला कर रह ही गया। 

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1000 Rs Ban in India

1000-500 के नोटबंद होने के कई लोगों को भारी नुकसान हुआ हैं वे लोग जिनके पार लाखों करोड़ो की नकदी पड़ी थी अब वो किसी काम की नही रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई नोट बंदी के फेर में प्रदेश का एक बड़ा नाम और सियासी कारोबारी भी आ गया हैं।

जोधपुर के बड़े राजनीतिक घराने से है इस व्यवसायी का संबंध

जोधपुर से ताल्लुक रखने वाले इस कारोबारी के जयपुर समेत देश और प्रदेश के कई राजनेताओं से घनिष्ठ संबंध रहे हैं। इस वजह से इनका कई राज्यों में कारोबार पनप रहा था जो कि अवैध रुप से चल रहा था। नोटबंदी के चलते अब इस कारोबारी की रातों की नींद उड़ी हुई हैं।  जैसा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते आये है कि नोटबंदी से गरीब चैन की नींद सोएगा और जो अमीर है जिनके पास काला खजाना है उन्हे नींद की गोलिया खाने पर भी नींद नही आयेंगी। ठीक ऐसी ही स्थिती में हैं राजस्थान के एक सियासी परिवार का यह व्यवसायी।

राजनैतिक रिश्तेदारों के साथ मिलकर किए कई घोटाले

आपकों बता दे कि जोधपुर से आने वाले इस व्यवसायी की कई फर्मे में जिनमें इन्होने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में राजनीतिक फायदा उठाते हुए लाखों करोड़ो रुपयों का कालाधन जमा किया था। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के बड़े नेताओं के सानिध्य में ये घोटालों में लिप्त रहे हैं।  हम बात कर रहे है जोधपुर के एक राजनीतिक घराने की जिनका प्रदेश की पॉलिटिक्स में बहुत बड़ा रोल हैं। वे दो बार राजस्थान के मुख्यमंत्री भी रहे चुके हैं। यह व्यवसायी उन्ही के रिश्तेदार हैं। जिन पर कई घोटालों का आरोप है साथ ही राजस्थान की जनता के साथ खिलवाड़ करने का एक बड़ा भाग इन्ही के नाम हैं।

रिश्तेदारों के साथ मिलकर प्रदेश के खजाने को लूटा

इन महाशय जी ने अपने राजनीतिक रिश्तेदार के साथ मिलकर सूबे के खजाने को लूटने का काम किया हैं। प्रदेश की जनता का पैसा अपने घरों में भरकर जनता को त्रस्त रहने पर मजबूर किया हैं। जनता के पैसों से इस व्यवसायी ने अपने खजानों को भरा है लेकिन प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों से यह बच नही पाए। सरकार के इस फैसले से इन जनाब की जमा काली पूंजी अब रद्दी में तब्दील हो गई हैं। इसलिए यह महाशय बौखलाएं हुए इधर-उधर भटकने का ही काम कर रहे हैं। रातों को शायद नींद की गोलिया लेने पर भी इन्हे नींद नही आ रही हैं।

सूबे के खज़ानों के अपनों के घर भरे

ठीक ऐसी ही स्थिती इनके राजनीतिक रिश्तेदार और रसूखदार की भी हो रही हैं । प्रधानमंत्री मोदी के इस वार से शायद कोई भी नही बचने वाला। इन्होने मिलकर प्रदेश की जनता को ठगा है जिस धन से इन्होने अपने पुत्र-पुत्री और अन्य रिश्तेदारों के घरों का भरा है मोदी सरकार के इस एक कदम से वो सब बेकार हो गया है। इसीलिए अब ये लोग मोदी सरकार पर अवयवस्थाओं का आरोप लगा रहे हैं।  राजस्थान में इनके कार्यकाल में कई घोटाले हुए हैं जिनमें इन्होने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से अपने ही परिवार को फायदा पहुंचाया हैं। कई कॉंट्रेक्ट ऐसी कंपनियों को दिये जो घोटाले करने के लिए ही पैदा हुई थी और इनके सगे-संबंधियों की थीं। अब मोदी सरकार के नोटबंदी के कदम से ये एक दूसरे के यहां मारे मारे फिर रहे हैं।

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