राजपा नेता किरोड़ी लाल मीणा सोमवार को अपनी शंखनाद यात्रा के ज़रिए जयपुर कूच किया लेकिन पुलिस द्वारा उन्हे जगतपुरा में ही रोक लिया गया। किरोड़ी लाल मीणा राजस्थान में मीणा समाज के कद्दावर नेता माने जाते हैं। लेकिन किरोड़ी मीणा ने मीणा समाज को दो धड़ो में विभाजित करने का कार्य किया हैं। किरोड़ी लाल मीणा समाज के लोगों को अंधेरे में रखकर खुद को चमकाना चाह रहे हैं।
राजस्थान में मीणा समाज प्रगति की और अग्रसर है लेकिन किरोड़ी लाल जैसे नेता इस समाज के लोगों को बरगलाने का कार्य भलिभांति पूर्ण कर रहे हैं। एक समय था जब किरोड़ी लाल प्रदेश भाजपा में अपना महत्वपुर्ण स्थान रखते थे लेकिन समाज में वर्चस्व की लड़ाई ने किरोड़ी लाल को भाजपा से पृथक कर दिया।
कहने को तो किरोड़ी लाल मीणा युवाओं और किसानों से जुड़े मुद्दों की लड़ाई लड़ रहे है लेकिन कहीं न कहीं किरोड़ी लाल मीणा की यह लड़ाई समाज विशेष हो चुकी हैं। समाज में भी किरोड़ी लाल केवल अपने बेल्ट के मीणा समाज को साथ लेकर चल रहे हैं।
दो धड़ों में बंटे मीणा समाज के लोग
किरोड़ी लाल मीणा ने समाज को दो भागों में बांटने का कार्य किया हैं। मीणा समाज जो एक था पहले मीणा- मीना के मामले से इन्हे अलग करने की कोशिश की । अब मीणा समाज जो वाकई में आदिवासी के तौर पर जीवन यापन कर रहे है उनकी तरफ किरोड़ी जी का ध्यान नग्ण्य हैं। वास्तव में अगर मीणा समाज के शुभचिंतक किरोड़ी लाल मीणा बनते है तो समाज के उस हिस्से को इन्हे उपर लाने की कोशिश करनी चाहिए जो आज भी अपने भरण पोषण के लिए तीर कमान पर निर्भर हैं।
दुष्कर्म के लग रहे हैं आरोप
राजपा नेता किरोड़ी लाल मीणा पर दुष्कर्म के आरोप लग चुके है लेकिन वे इसके पीछ कांग्रेस के विधायक रमेश मीणा का हाथ बता रहे हैं। किरोड़ी लाल मीणा सोमवार को अपनी शंखनाद रैली से जयपुर कूच कर रह है थे इस दौरान उन्होने खुद पर लगे दुष्कर्म के आरोपों को खारिज़ करते हुए कहा कि उनके खिलाफ यह षड्यंत्र सपोटरा विधायक रमेश मीणा ने रचा हैं।
मीणा-मीना एक हैं : मुख्यमंत्री
हाल ही में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा है कि मीणा-मीना समाज के लोग एक है। इस मामले को लेकर पहले भी सरकार ने स्पष्टीकरण दे दिया था और वर्तमान में भी सरकार ने मीणा-माना विवाद को खत्म कर समाज से एक रहने की अपील की है। उन्होने कहा कि हम पहले भी मीणा-मीना विवाद को खत्म कर चुके है लेकिन कुछ लोग राजनीति से प्रेरित होकर इस अनावश्यक विवाद को तूल दे रहे हैं।