आज विश्व पर्यावरण दिवस है। इस अवसर पर राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रदेश में कचरा पृथक्कीकरण अभियान का शुभारम्भ किया। नगर निगम द्वारा मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम राजे ने राजे ने डोर-टू-डोर कचरा एकत्र करने वाले वाहन में गीला और सूखा कचरा अलग-अलग रंग के डस्टबिन से डालकर इस अभियान की शुरुआत की।
स्वच्छ शहर से होगा स्वच्छ राजस्थान का निर्माण
मुख्यमंत्री ने ’स्वच्छ जयपुर-स्वस्थ जयपुर, स्वच्छ राजस्थान-स्वस्थ राजस्थान’ का नारा देते हुए कहा कि शहर स्वच्छ होगा तो स्वस्थ होगा और पूरा राजस्थान स्वच्छ होगा तो स्वस्थ रहेगा। उन्होंने कहा कि गीला कचरा हरे डस्टबिन में और सूखा कचरा नीले डस्टबिन में डालने से कचरे का सही निस्तारण हो पाएगा और पर्यावरण को भी नुकसान नहीं होगा। उन्होंने कहा कि गीला और सूखा कचरा एक साथ मिलने से पर्यावरण पर विपरीत असर पड़ता है। सभी मिलकर इस अभियान को सफल बनाएं और प्रदेश की जनता तक इसका संदेश पहुंचाएं।
देश के 4,041 शहरों में शुरु हुआ अभियान
मुख्यमंत्री राजे ने इस अवसर पर कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस के शुभ अवसर पर आज गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग रंग के डस्टबिन में डालने की शुरूआत हुई है। देश के 4,041 शहरों में कचरा निस्तारण के इस अभियान की शुरूआत हुई है। प्रदेश में यह अभियान जयपुर से शुरू हुआ है, लेकिन दूसरे शहरों के लिये भी यह महत्वपूर्ण है। उन्होंने उम्मीद जताई कि छोटे-बडे सभी शहर कचरा निस्तारण के इस अभियान को अपनाएंगे। मुख्यमंत्री ने विभिन्न वार्डों से आये लोगों को हरे एवं नीले रंग के डस्टबिन भी वितरत किये ताकि लोग इन्हें अपने घर में रखे और गीला व सूखा कचरा अलग-अलग एकत्र करें।