वसुंधरा राजे ने लिया कलेक्टर से फीडबैक, कहा बताओ सच्चाई..

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    राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने हाल ही अपने दूसरे कार्यकाल का अंतिम बजट पेश किया। यह उनके द्वारा पेश किया गया राजस्थान की 14वीं विधानसभा के लिए आखिरी बजट है। वर्ष 2018-19 के लिए पेश किए गए बजट में वसुंधरा राजे सरकार ने प्रदेश के सभी वर्गों को ध्यान में रखते हुए कई बड़ी घोषणाएं ​की है। इसी साल के अंत में राजस्थान की 15वीं विधानसभा के लिए चुनाव होने हैं। विधानसभा चुनाव होने में 10 से कम माह का समय बचा है। ऐसे में अंतिम बजट में की गई घोषणाओं को चुनाव से पहले पूरा करने के लिए सरकार हरसंभव प्रयास करते नज़र आ रही है। इसी बीच सीएम वसुंधरा राजे ने हाल ही सभी जिला कलेक्टर्स से फीडबैक लिया और विकास की जमीनी हकीकत के बारे में पूछा। आइये विस्तार से जानते हैं मुख्यमंत्री राजे ने और क्या कहा है..

    कलेक्टर्स फील्ड में क्या कर रहे हैं, कुछ पता नहीं चल रहा: सीएम राजे collector meeting

    हालिया बजट घोषणाओं को लागू करने के एक्शन प्लान व फ्लैगशिप योजनाओं का रिव्यू करने के लिए रविवार को मुख्य सचिव एनसी गोयल और उनके बाद मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कलेक्टर्स, संभागीय आयुक्त व विभागों के सचिवों की बैठक ली। सीएम राजे ने बैठक में कहा कि कलेक्टर्स फील्ड में क्या कर रहे हैं, कुछ पता नहीं चल रहा। फील्ड में सब अच्छा बताया जा रहा था, लेकिन स्थिति उलट निकलेगी, इसकी जानकारी सीएमओ को भी नहीं थी। मुख्यमंत्री राजे ने एक उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे मां किसी बच्चे के कमरे में आती है तो बच्चा कहता है कमरा बिल्कुल साफ है। लेकिन अलमारी खोलते ही सारा सामान उसके ऊपर गिर जाता है। बैठक में सीएम राजे ने सभी जिला कलक्टरों को सर्विस डिलीवरी बेहतर बनाने और फील्ड में जाकर लोगों की समस्याएं निपटाने को कहा। collector meeting

    रिटायर्ड मुख्य सचिवों की ज्यूरी देखेगी कलेक्टर्स का फील्ड में काम collector meeting

    मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि काम की मॉनिटरिंग के लिए रिटायर्ड मुख्य सचिवों की एक ज्यूरी बनाई जाएगी। यह ज्यूरी देखेगी कि कलेक्टर्स फील्ड में काम कर रहे हैं या नहीं। सीएम राजे ने कहा कि जो कलेक्टर्स काम नहीं कर रहे उन्हें तुरंत बदल दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान आईटी सेक्टर में सर्विस डिलीवरी को लेकर भी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि आईटी सेक्टर में सेटअप तो काफी बड़ा है लेकिन कनेक्टिविटी नहीं है। राजे ने कहा कि इस पर काम किए जाने की जरूरत है। मुख्यमंत्री की इस बैठक में कलेक्टर्स के पास समय की कमी का मुद्दा भी उठा। सीएम राजे ने पिछले वर्ष मई में कलेक्टर कॉन्फ्रेंस के बाद अभाव-अभियोग के लिए शुरू की गई 181 मोबाइल सेवा को अब फिर से बदलने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इस पर बात करते हुए कहा कि 181 सेवा कलेक्टर्स का काफी समय ले रही है। इसलिए उन्होंने इसे बदलने की जरूरत बताया। मुख्यमंत्री राजे ने जिला कलेक्टर्स को फील्ड में जाकर काम करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि बेहतर सर्विस डिलीवरी होगी तो लोगों की समस्याओं के समाधान में समय ज्यादा समय नहीं लगेगा। collector meeting

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