प्रदेश में हर दिन औसतन 18-19 रेप, राजे बोलीं- कुर्सी पर बैठने का अधिकार खो चुकी गहलोत सरकार

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    जयपुर। राजस्थान में दुष्कर्म और महिला हिंसा को लेकर अपराधों की संख्या बढ़ती जा रही है। यही कारण है कि राजस्थान पिछले तीन साल से महिला हिंसा के मामलों में पहल नंबर पर है। दुष्कर्म के मामलों में राजस्थान ने उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश और असम जैसे राज्यों को पीछ़े छोड़ दिया है। प्रदेश में बढ़ते अपराध को लेकर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने कांग्रेस जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में माता-पिता अपनी स्कूल जाने वाली बेटियों के लिए चिंतित हैं। राजे ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर राजस्थान की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस सरकार को एक दिन भी कुर्सी पर रहने का हक नहीं है।

    सरेआम उड़ रही है कानून-व्यवस्था की धज्जियां
    राजे ने आगे कहा कि राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध लगातार चरम पर है और जिस तरह से महिलाओं, लड़कियों, दलितों और व्यापारियों के साथ हर दिन कोई ना कोई घटना सामने आ रही है उनमें कानून-व्यवस्था की धज्जियां सरेआम उड़ रही है।

    हर दिन औसतन 18-19 रेप
    हाल में सामने आई जोधपुर की घटनाओं का जिक्र करते हुए राजे ने कहा कि मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र में महिलाओं के खिलाफ लगातार हैरान कर देने वाली घटनाएं सामने आ रही है लेकिन हर कोई चुप है और कोई कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है। राजे ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर राजस्थान की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि राजस्थान में आज हर दिन औसतन 18-19 रेप और 5-7 हत्या की घटनाएं हो रही है।