फरवरी का महीना आते ही पूरा माहौल रोमांटिक हो जाता हैं चारों और रोमांस ही रोमांस की फीलींग्स आने लगती हैं। एक तो फरवरी का महीना खुद ही गुलाबी होता है उस पर अगर प्यार का रंग चढ़ जाए तो क्या ही कहना। दुकानें गिफ्ट्स से सज जाती है। ये महीना वैसे भी बड़ा खास होता है। लेकिन कुछ लोगों के लिए ये इस महीने में सबसे बेकार दिन भी आता हैं। एक अजीब, परेशान करने वाला और मनहूस सा दिन। आप तो समझ ही गए होंगे की आखिर यहां किस ‘स्पेशल’ दिन की बात हो रही है। जी हां- वैलेंटाइन डे की बात कर रहे हैं।
जले पर नमक छिड़कने के लिए वैलेंटाइन डे यानि 14 फरवरी के आने के ठीक एक हफ्ते पहले से चॉकलेट डे, टेडी बियर डे, रोज़ डे और पता नहीं कितने फलाना-डिमकाना डे मनाए जाते हैं। व्हाट्स एप, फेसबुक से लेकर टीवी और अखबारों तक इन दिनों का डंका ऐसे पीटा जाता है जैसे देश में लोकसभा चुनाव हो रहे हों! और अगर आपने इसे सेलिब्रेट नहीं किया तो आप अपने एक ‘अधिकार’ को व्यर्थ कर रहे हैं!
1- वेलेंटाइन डे क्या हैं कौन हैं हम बताते हैं !
वैलेंटाइन डे को रोम के संत वैलेंटाइन के याद में मनाया जाता है। संत साहब का ना तो हमारे इतिहास से कोई वास्ता था ना ही उनका हमसे कोई संबंध। फिर भी हम पूरे जोश और धूम-धाम से इस दिन को ऐसे मनाते हैं जैसे कि अगर आज अपने पार्टनर से प्यार का इजहार नहीं किया तो दुनिया खत्म हो जाएगी। अगर हम संत वैलेंटाइन के जन्म पर गिफ्ट दे सकते हैं तो उस हिसाब से जिस दिन सीता ने भगवान राम का घर छोड़ा उसके याद में तो हमें अपने पूर्व प्रेमी-प्रेमिकाओं को उनके गिफ्ट वापस कर आना चाहिए। ये तो वही बात हो गई ना- बेगानी शादी में अब्दुला दीवाना!
2- डार्लिंग मुझे गिफ्ट नही तुम्हारा प्यार चाहिए
गर्लफ्रेन्ड अक्सर अपने प्रेमी को कहती हैं- डार्लिंग मेरे लिए गिफ्ट मायने नहीं रखता। मुझे तो सिर्फ तुम्हारा प्यार चाहिए। वही मेरे लिए सबसे बड़ा गिफ्ट है। लेकिन एक मिनट रुकिए। अगर सभी ब्वॉयफ्रेंड इस बात को सही मान लें तो? तो ये कि तुरंत आपको सुनने के लिए मिल जाएगा कि- ‘तुम्हें पता है मेरी उस दोस्त के ब्वॉयफ्रेंड ने उसे डायमंड का नेकलेस गिफ्ट किया है!’ ज़रा सोचिए क्या ये ज़रुरी है कि हम अपने प्यार करने वाले को इस तरीके से परेशान करें? क्या हुआ अगर वो हमें कीमती उपहार लाकर नहीं देता या हमें कैंडल नाईट डिनर पर नहीं ले जाता। जरुरी नहीं कि प्यार को दिखाने के लिए किसी की जेब को ही कंगाल कर दिया जाए। पर आजकल यही हो रहा है। याद रखें प्यार दिखाने और ज़ाहिर करने का कोई एक दिन फिक्स नहीं होता। हम अगर किसी से प्यार करते हैं तो हमें उसे रोज इस बात का एहसास कराना चाहिए। अपने काम में अपने व्यवहार में ये दिखाना चाहिए।
3- वैलेंटाइन डे सिर्फ बिजनेस शिगूफा है
आपको पता है साल में 150 मिलीयन कार्ड सिर्फ वैलेंटाइन डे के दिन लिए और दिए जाते हैं। क्या आपको पता है कि क्रिसमस के बाद वैलेंटाइन डे ही वो दिन जब दुनिया में सबसे ज्यादा कार्ड बंटते हैं। हॉलमार्क और आर्चीज ने आखिर ऐसे ही नहीं अपनी दुकान जमा ली है!
4- ये आशिकी पर्यावरण को गंभीर नुकसान पहुंचाती है
आपको अंदाजा भी है कि 150 मीलियन कार्ड को बनाने में कितना कागज लगता होगा? आप प्यार कीजिए, अपने पार्टनर को घुमाने ले जाइए, कैंडल लाइट डिनर पर जाइए, बच्चे पैदा कीजिए, जो मन में आए वो कीजिए लेकिन कम से कम पेड़ों को तो बख्श दीजिए। और कुछ नहीं तो यही सोच लीजिए की अगर पेड़ रहे ही नहीं तो, जो बच्चे आप पैदा करेंगे उनको ऑक्सीजन कहां से मिलेगा!