पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की यादें अब राजस्थान के कण—कण में बहने लगेंगी। पूर्व पीएम की अस्थियों को देश के बड़े आध्यात्मिक स्थानों के साथ राजस्थान के तीन स्थानों पर भी प्रवाहित किया जाएगा। कलशों को कल पुष्कर व चंबल में और शनिवार को बेणेश्वर धाम में प्रवाहित किया जाएगा। इसी दिशा में वाजपेयी के तीन अस्थि कलशों को आज जयपुर लाया गया है। vajpayee memories
यह कलश दिल्ली से भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी व सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री अरुण चतुर्वेदी जयपुर एयरपोर्ट लेकर पहुंचे हैं। यहां से इन्हें एयरपोर्ट से सीधे भाजपा प्रदेश मुख्यालय लाया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे भी मौजूद रही। जिला मुख्यालय पर सभी भाजपा विधायक व नेताओं ने पूर्व पीएम को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। vajpayee memories
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गुरूवार सुबह 9 बजे सांसद ओम बिड़ला पहला अस्थि कलश लेकर कोटा रवाना होंगे। इसके चंबल में प्रवाहित किया जाएगा। दूसरा अस्थि कलश लेकर अरुण चतुर्वेदी अजमेर के लिए रवाना होंगे। सीएम वसुन्धरा राजे की मौजूदगी में इस अस्थि कलश को पुष्कर सरोवर में प्रवाहित किया जाएगा। तीसरा कलश बांसवाड़ा ले जाया जाएगा। इसे शनिवार को बेणेश्वर धाम में प्रवाहित किया जाएगा। इससे पहले, अटलजी की अस्थियां 19 दिसंबर को हरिद्वार में प्रवाहित की गईं थीं। vajpayee memories
भारतीय जनता पार्टी पूरे देश में पूर्व प्रधानमंत्री की अस्थि कलश यात्रा निकालने जा रही है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को बीजेपी हेडक्वार्टर में सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों को अस्थि कलश सौंपा। अस्थि कलश यात्रा के साथ बीजेपी पूरे देश में श्रद्धांजलि सभाएं भी आयोजित कर रही है।
बता दें, भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का निधन 16 अगस्त को दिल्ली के एम्स अस्पताल में हो गया था। वह करीब 11 हफ्तों से गंभीर बिमारी की वजह से एम्स में भर्ती थे। अगले दिन राजधानी के विजयधाट पर उन्हें पूरे सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। उनकी पुत्री नमिता कौल भट्टाचार्य ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वैकेंया नायडू, वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आड़वानी के साथ अन्य देशी-विदेशी गणमान्यजन उपस्थित रहे।