जयपुर। कोरोना वायरस लॉकडाउन के बाद लगातार पेट्रोल और डीजल में मूल्य वृद्धि हो रही है। तेल कंपनियों द्वारा रोजाना डीजल और पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी कर रहीं हैं जिससे का रिकॉर्ड भी बन रहा है। राजस्थान में पेट्रोल का दाम 90 पार कर गया है। इधर, कोविड़ महामारी के दौर में प्रदेशवासियों को पेट्रोल- डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण अपनी जेब ढ़ीली करनी पड़ रही है।
ऐसे घट सकते हैं दाम
पेट्रोल- डीजल के दामों को राज्य स्तर पर घटाने के लिए सरकार कदम उठा सकती है। इसमें वैट को कम करने के सीधे तरीके के अलावा रोड सेस में राहत देकर भी सरकार लोगों को तत्काल दे सकती है। आपको बता दें कि राजस्थान में पेट्रोल पर 1.5 और डीजल पर 1.75 रुपये रोड सेस लगाया जाता है। साथ ही सरकार को इससे 100 करोड़ का राजस्व मिलता है।
श्रीगंगानगर में सबसे ज्यादा दाम
बता दें कि प्रदेश में जहां अन्य राज्यों की तुलना में पेट्रोल- डीजल के दाम सबसे अधिक है। पड़ोसी राज्यों से करीब 10 फीसदी वैट ज्यादा होने के कारण प्रदेश के लोगों को सबसे ज्यादा आर्थिक भार झेलना पड़ता है। वहीं मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के श्रीगंगानगर जिले के लोगों को सबसे ज्यादा आर्थिक भार झेलना पड़ता है। इसका कारण वैट, टैक्स के अलावा वहां पेट्रोल को पहुंचाना भी है। श्रीगंगानगर में ट्रांसपोर्टेशन के चलते भी पेट्रोल राजधानी जयपुर की तुलना में 2 से 3 रुपए महंगा है।