इन वजहों से बीजेपी सरकार की रिफाइनरी राजस्थान के​ लिए है फायदेमंद

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2005
Barmer Refinery

राजस्थान के बहुप्रतिक्षित प्रोजेक्ट और अब तक के सबसे बड़े निवेश 43,129 करोड़ रुपये लागत वाली बाड़मेर रिफाइनरी का कार्य शुभारंभ मंगलवार को हो गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने  बाड़मेर रिफाइनरी का कार्य शुभारंभ किया। कार्य शुभारंभ होते ही प्रदेश के बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार भी उपलब्ध मिलेगा। यहां प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से करीब 5 लाख लोगों को रोजगार मिलने की संभावनाएं हैं। बाड़मेर रिफाइनरी देश की सबसे अत्याधुनिक तकनीकी वाली रिफाइनरी होगी। आइये जानते हैं कि कांग्रेस सरकार के मुकाबले बीजेपी सरकार की रिफाइनरी राजस्थान के लिए कितनी फायदेमंद हैं… Barmer Refinery

कांग्रेस से 40 हजार करोड़ कम है बीजेपी के बाड़मेर रिफाइनरी प्रोजेक्ट की लागत

कांग्रेस की तुलना में वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार की रिफाइनरी की लागत 40 हजार करोड़ रुपये कम है। जिससे सीधे—सीधे प्रदेश को 40 हजार करोड़ रुपये की बचत होगी। कांग्रेस सरकार के एमओयू के तहत बाड़मेर रिफाइनरी पर 56,040 करोड़ रुपये खर्च होने थे, वहीं बीजेपी सरकार के नए एमओयू के तहत सिर्फ राज्य सरकार पर 16,845 करोड़ रुपये का वित्तीय भार आएगा। कांग्रेस के प्रोजेक्ट के तहत निवेश पर सिर्फ 6.2 प्रतिशत रिटर्न आना था जबकि बीजेपी सरकार के प्रोजेक्ट में निवेश पर 12 प्रतिशत रिटर्न आना है। टेक्नोलॉजी के मामले में भी बीजेपी सरकार कांग्रेस पर भारी है। इस प्रोजेक्ट में सबसे आधुनिक बीएस—6 मय मानकों वाला उत्पादन होगा। साथ ही रिफाइनरी में एक प्लांट अतिरिक्त भी लगाया जाएगा।

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कांग्रेस ने चुनावी फायदों के लिए रिफाइनरी के नाम पर कागजों में खानापूर्ति की

कांग्रेस ने जहां आचार संहिता लागू होने से ठीक 5 दिन पहले बाड़मेर रिफाइनरी का शिलान्यास करवा दिया था वहीं, बीजेपी सरकार रिफाइनरी को धरातल पर उतारने के लिए पूरी तैयारी के साथ कमा शुरु करवा रही है। कांग्रेस ने जहां जल्दी में पर्यावरण स्वीकृति, ज़मीन की लीज डीड आदि जैसे कार्यों की वैधानिक स्वीकृति नहीं ली थी, वहीं बीजेपी ने सभी कार्यों की वैधानिक स्वीकृति प्राप्त कर ली है। कांग्रेस ने परियोजना पर कागजी घोषणा की थी और आनन—फानन में सोनिया गांधी से शिलान्यास करवा दिया था। जबकि ज़मीन स्तर पर कोई काम नहीं हुआ था। जबकि राजे सरकार ने ज़मीनी स्तर पर कार्य शुरु करवाने के लिए पहले पूरी तैयारी कर ली है। गौरतलब है कि कांग्रेस के मुकाबले बीजेपी सरकार के रिफाइनरी प्रोजेक्ट से प्रदेश के 40,000 करोड़ रुपये बर्बाद होने से बचेंगे। जिससे प्रदेश पर अतिरिक्त वित्तीय भार नहीं आएगा। साथ ही प्रदेश के बड़ी संख्या में बेरोजगार युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध होगा। Barmer Refinery

प्रदेश को होगी 34 हजार करोड़ की अतिरिक्त आय Barmer Refinery

बाड़मेर जिले स्थित पचपदरा रिफाइनरी के कार्य के शुभारंभ के बाद राजस्थान को 34 हजार करोड़ की अतिरिक्त आय होगी। गौरतलब है कि यह देश की सबसे आधुनिक रिफाइनरी होगी जिसमें प्रदेश का अब तक सबसे बड़ा 43 हजार 129 करोड़ का निवेश होगा। रिफाइनरी की 90 लाख टन तेल उत्पादन की क्षमता होगी। इससे प्रदेश के 14 जिलों को सीधे तौर पर बड़ा लाभ होगा। रिफाइनरी का कार्य 2022 तक पूरा हो जाएगा। जयपुर स्थित पॉलोटेक्निक कॉलेज में जल्द ही पेट्रोकेमिकल शिक्षा भी शुरू की जाएगी, जिससे प्रदेश के बड़ी संख्या में युवाओं को रिफाइनरी में रोजगार मिल सके। Barmer Refinery

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