जयपुर। रीट पेपर लीक केस को लेकर मचे बवाल के बाद राजस्थान की गहलोत सरकार ने लेवल-2 का पेपर रद्द कर दिया गया है। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि परीक्षा को रद्द करना आसान काम है, लेकिन विपक्ष के नेता लोग सरकार को बदनाम कर रहे हैं। रीट परीक्षा प्रकरण को लेकर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का बड़ा बयान सामने आया है। डोटासरा ने आरोपों को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि मेरे परिवार के 13 लोगों ने रीट परीक्षा दी है। मेरे परिवार का एक भी व्यक्ति पास नहीं हुआ।
नियमों में होगा बदलाव
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि परीक्षा को लेकर नियमों में बदलाव होगा और पूरी पारदर्शिता रखी जाएगी। भर्ती प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता रखी जाएगी। अब 2 परीक्षा से होगा चयन, एक परीक्षा से थोड़ी चूक हो सकती है। रीट केवल एलिजिबिलिटी टेस्ट रहेगा। उसके बाद शिक्षक भर्ती के लिए टेस्ट देना होगा। इसके लिए सरकार नियमों में संशोधन करेगी।
SOG कर रही है जांच
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि लेवल-1 की प्रक्रिया पूर्ववत जारी रहेगी। अब दोनों लेवल मिलाकर कुल 62,000 पदों के लिए भर्ती होगी। युवा निश्चिंत रहें। प्रदेश सरकार उनके हित में पूरी तरह साथ खड़ी है। रीट परीक्षा में गड़बड़ी की जांच SOG कर रही है। हमारी सरकार हर दोषी को सजा दिलाकर युवाओं के साथ न्याय सुनिश्चित करेगी।
तो मैं राजनीति से ले लूंगा संन्यास : डोटासरा
पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि रीट पेपर लीक मामले में मेरी जरा सी भी संलिप्तता साबित हो जाए तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा। डोटासरा ने कहा कि मेरे परिवार के 13 लोगों ने पेपर दिया। उनमें से एक भी रीट में पास नहीं हुआ।