हाल ही मे राजस्थान के विश्वप्रसिद्ध बाघ उद्यान रणथंभौर नेश्नल पार्क को पूरी साल खोलने का फैसला किया गया जिससे सैलानियों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। इसी बीच रणथंभौर नेश्नल पार्क से एक और खुश खबर आई है। रणथम्भौर नेशनल पार्क के लिए 23 जून खुशियों वाला रहा। पार्क क्षेत्र के जोन चार में घूमने वाली कृष्णा नामक बाघिन टी-19 बेरदा वन क्षेत्र में अपने चार नन्हें शावकों के साथ दिखाई दी। इस खबर के बाद से वन प्रशासन से लेकर वन्यजीव प्रेमियों में खुशी का माहौल है।
मछली की बेटी बनी तीसरी बार मां
मशहूर बाघिन मछली की बेटी कृष्णा तीसरी बार मां बनी है। हाल ही देखें गए चारों शावक दो से तीन माह के बताए जा रहे है। वनाधिकारीयों के अनुसार बाघिन टी-19 ने अपने पहले प्रसव में तीन शावकों को जन्म दिया था जिसमें दो मेल और एक फिमेल थी। वही दूसरे प्रसव में चार शावकों को जन्म दिया था। जिसमें एक शावक की मौत हो गई थी और दो फिमेल व एक मेल शावक रणथम्भौर में है। कृष्णा अब तक 11 शावकों को जन्म दे चुकी है।
सैलानियों ने दी वन विभाग को सूचना
ये खुशखबरी भी जंगल में जानवरों को देखने आए सैलानियों को पहले मिली। उन्होंने चार शावकों के साथ बाघिन कृष्णा को देखा तो उनकी खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। इसकी जानकारी वन विभाग को दी गई। इसके बाद वन प्रशासन ने बाघिन कृष्णा समेत उसके चारों नन्हे शावकों की सुरक्षा को लेकर विशेष मॉनिटरिंग के लिए वनकर्मी लगाए।
22 शावक है इन दिनों रणथम्भौर पार्क में
रणथंभौर नेश्नल पार्क के अलग-अगल ईलाकों में 11 बाघिनों के साथ 22 नन्हे शावक रणथंभौर जंगल में घूम रहे है। जो अच्छा संकेत है। नन्हे शावको के आगमन के साथ ही रणथम्भौर में बाघों की संख्या में वृद्धी हुई है।