
हम पूर्व सैनिक रामकिशन ग्रेवाल की शहादत को नमन करते है। दुःख की इस घड़ी में हमारी संवेदनाएँ सैनिक परिवार के साथ है।
राहुल जी के द्वारा किया गये कल राष्ट्रीय स्तर के ड्रामे के लिए वाकई में कोई अवॉर्ड तो मिलना ही चाहिए। दिल्ली के एक पूर्व सैनिक के आत्महत्य़ा करने के मामले में राहुल जी ने जो बुद्दिजीवी होने के परिचय दिया है उससे सप्ष्ट होता है कि वे ना केवल नासमझ है बल्कि ऐसे वाकयों पर वे इसे साबित भी कर रहे है।
राहुल जी का कहना है कि दिल्ली के पूर्व सैनिक राम किशन ग्रेवाल जी ने कतिथ तौर आत्महत्या कि है। क्या आपको नही लगता कि पूर्व सैनिक परिवार को सहानुभूति की आवश्यकता थी ना कि आपकी और ‘आप’ की घटिया राजनीति की। देश की सेना के एक पूर्व जवान के किसी बात से हताहत होकर आत्महत्या करने के मसले को आप जैसे लोगों ने राजनिति करने के लिए मुद्द बना लिया।
राहुल जी औऱ आपिए क्या साबित करना चाहते है कि मोदी सरकार ने उन्हे मृतक सैनिक परिवार से मिलने से रोका। लेकिन क्या आप पूर्व सैनिक परिवार के पास इसलिए गये थे कि उनके परिवार को संबल देने की बजाए वोटो की महफिल सजाए।
गांधीजी आपने दिल्ली पुलिस से तो यह कह दिय़ा कि आपको शर्म महसूस नही हो रही है लेकिन सवाल आपसे भी है कि मृतक सैनिक परिवार पर जो आप राजनीति कर रहे है उससे क्या आप शर्मिंदगी महसूस नहीं होती ?
सेना देश की रक्षा में अपनी जान देकर करती है कभी आपने देश की सीमा पर शहीद होने वाले सैनिकों के बारे में सोचा है उन पर तो ना आप और ना ही आपिए(केजरी) जिक्र करते है, क्यों? क्या वो जवान नही है? दिल्ली में एक पूर्व सैनिक की मौत पर आपने पुरे प्रशासन को गालिया दे दी और मोदी सरकार को जमकर कोस लिय़ा। तो क्या दिल्ली का पूर्व सैनिक आपका इतना सगा औऱ बोर्डर पर जान देने वाला सैनिक आपके लिए कोई अहमियत नही रखता।