राजस्थान में जल्द ही यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी खुलने जा रही है। मुख्यमंत्री राजे द्वारा किए गये शिक्षा क्षेत्र के नवाचारों में यह विश्वविद्यालय भी शामिल हो गया है। मंगलवार को विधानसभा में यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, जयपुर विधेयक 2017 ध्वनिमत से पारित हो गया है। तकनीकी शिक्षा के लिए प्रदेश के युवाओं को बेहतर माहौल मिलेगा जिससे प्रदेश हित में परिणाम आएंगे।
विद्यार्थियों को मिलेंगे उच्च शिक्षा के नवीन अवसर
यह यूनिवर्सिटी, ग्राम वाटिका, तहसील सांगानेर और ग्राम फतेहपुरा बास, वाटिका, तहसील चाकसू जिला जयपुर में स्थापित किया जाना प्रस्तावित है, जो जयपुर सहित समीपवर्ती जिलों टोंक, सवाईमाधोपुर, अजमेर सहित सम्पूर्ण राजस्थान के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नवीन अवसर प्रदान करेगा। उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने सदन को जानकारी देते हुए बताया कि इस यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए अब तक 300 करोड़ रुपए का निवेश किया जाना प्रस्तावित है।
100 करोड़ का निवेश किया, 200 का प्रस्तावित
वर्तमान में 100 करोड़ रुपए का निवेश किया जा चुका है तथा आगामी पांच वर्षों में 200 करोड़ रुपए का निवेश किया जाना प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी की स्थापना से प्रत्यक्ष रूप से 950 एवं परोक्ष रूप से 2000 व्यक्तियों को रोजगार मिलेगा।
2003 से शुरू हुआ प्राइवेट यूनिवर्सिटी का दौर
उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने विधेयक को सदन में प्रस्तुत किया। विधेयक पर हुई बहस का जवाब देते हुए उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार के पिछले शासन काल 2003 से 2008 के दौरान उच्च शिक्षा के क्षेत्र में निजी भागीदारी के द्वारा यूनिवर्सिटी स्थापित करने का कार्य प्रारंभ हुआ।
उच्च शिक्षा के लिए लाया गया नया विधेयक
माहेश्वरी ने कहा कि राज्य सरकार का यह अटूट विश्वास है कि उच्च शिक्षा के उपयुक्त अवसर प्रदान किए जाएं, तो हमारे युवा अत्यंत उत्कृष्ट काम करके दिखाते है। राज्य सरकार सदा यह चाहती है कि हमारे राज्य के युवाओं को अपने सपने साकार करने के लिए उपयुक्त वातावरण व उच्च शिक्षा के केन्द्र हम जरूर दें। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, जयपुर विधेयक इसी दिशा में उठाया गया नवीनतम कदम है।