मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने दी कोटा-बूंदी को सौगात, चंबल पर बनेगा राजस्थान का सबसे लंबा पुल

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अपने हाड़ौती दौरे के दौरान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने रविवार को कोटा-बूंदी जिलों को बड़ा तोहफा देते हुए चंबल नदी पर गैंता माखीदा पुल का शिलान्यास किया। इस पुल का शिलान्यास समारोह दो चरणों में हुआ। मुख्यमंत्री ने पहले इटावा में पुल की नींव रखी और बाद में बूंदी जाकर पुल के दूसरे छोर के दूसरे चरण के शिलान्यास समारोह में भी शिरकत की। दावा किया जा रहा है कि 120 करोड़ की लागत से बन रहा ये पुल डेढ़ साल में बनकर पूरा होने के बाद प्रदेश का सबसे लंबा पुल होगा।

चंबल पार करना होगा आसान, जोखिम से मिलेगी निजात

कोटा-बूंदी जिले के देहाती इलाकों के साथ ही पूरे अंचल के लाखों लोगों के लिए अब न सिर्फ चंबल को पार करना आसान होगा बल्कि साथ ही आदमी से लेकर बाइक, ट्रैक्टर और कार तक को नावों और स्टीमरों में डालकर खतरनाक तरीके से चंबल पार करने के जोखिम से भी निजात मिलेगी।

इस बात को भी मुख्यमंत्री राजे ने दिलाया याद

तकरीबन 1562 मीटर लंबे इस पुल के निर्माण पर 120 करोड़ की लागत आएगी और इसे डेढ़ साल में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस बड़ी उम्मीद की आधारशिला रखने के बाद सी एम ने इटावा में आयोजित शिलान्यास समारोह में लोगों को बधाई देते हुए उस वाकिए का जिक्र किया जब सुराज यात्रा में उन्होंने अब के केबीनेट मंत्री बाबूलाल वर्मा से पूछा था कि इस पुल की मांग कितनी पुरानी है तो वर्मा ने उन्हें जवाब दिया था कि जब से मेरा जन्म हुआ है।

इन विकास कार्यों का भी किया लोकार्पण

इस दौरान मुख्यमंत्री ने गैंता माखीदा पुल के साथ ही आठ अन्य विकास कार्यों का भी शिलान्यास किया, जबकि इटावा मंडी में 4.20 करोड़ से तैयार नीलामी शेड, सुल्तानपुर मंडी में 2.38 करोड़ की लागत से तैयार सीसी सड़क का लोकार्पण भी किया। समारोह में राजे ने विपक्ष को भी जमकर निशाने पर लिया और दावा किया कि प्रदेश में रोजाना 16 किमी नई सड़क बन रही है और 20 हजार किमी लंबी सड़कों के निर्माण के साथ ही 15 लाख को रोजगार देने का वादा भी पूरा करने के लक्ष्य के प्रति हम तेजी से बढ़ रहे हैं।

3 साल में 8900 करोड़ के हुए विकास कार्य, कोटा में होगा ग्राम

मुख्यमंत्री ने कहा कि जयपुर की तर्ज पर कोटा सहित अन्य संभागों में भी ‘ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट’ का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ‘न्याय आपके द्वार’ और ‘दीनदयाल उपाध्याय जन कल्याण पंचायत शिविर’ आगे भी आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पिछले 3 साल में कोटा जिले में 8900 करोड़ रुपए के विकास कार्य करवाए गए हैं।

प्रदेश में 40 हजार से ज्यादा ई-मित्र केंद्र, डिजीटलाईजेशन में हम आगे

मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सरकार ने राज्य में करीब 40 हजार से ज्यादा ई-मित्र केन्द्र स्थापित किए हैं, जिससे विभिन्न विभागों की सेवाओं को डिजीटलाईज किया गया है। गरीब को मिलने वाले खाद्यान्न का हक अब कोई नहीं मार सकेगा। साथ ही, शहरी क्षेत्र में गरीब-मजदूरों को सस्ती दरों पर नाश्ता एवं भोजन उपलब्ध कराने के लिए अन्नपूर्णा रसोई योजना शुरू की गई है।

भामाशाह खातों में 5.5 करोड़ रुपए हुए जमा

मुख्यमंत्री ने बताया कि देश की अनूठी महिला वित्तीय सशक्तीकरण योजना के तहत भामाशाह खातों में अब तक 5.5 हजार करोड़ रुपए जमा हो चुके हैं। इस योजना के साथ ही स्वास्थ्य बीमा का लाभ भी दिया जा रहा है। प्रदेश में अब तक 300 करोड़ रुपए से अधिक के बीमा भुगतान किए जा चुके हैं।

चंबल का पानी पहुंचा बूंदी, सब्जी उत्कृष्टता केंद्र बनाने की घोषणा

मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि बूंदी जिले की आबादी क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा अभ्यारण क्षेत्र से बाहर आ चुका हैं। अब लोग खुद अपनी जमीन के मालिक होगें। चंबल का पानी कोटा से बूंदी लाने की वर्षों पुरानी मांग पूरी हो गई हैं। बूंदी जिले के चतरगंज में 10 करोड़ की लागत से सब्जी उत्कृष्टता केंद्र बनाने की भी घोषणा की गई हैं।

जल स्वावलंबन अभियान से अकाल से आया सुकाल

मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान सरकार का राज्य को अकाल से सुकाल की ओर ले जाने का उठाया गया एक बहुत बड़ा कदम है। उन्होंने बताया कि अभियान के प्रथम चरण में 3500 गांवों में वर्षा जल का संग्रहण करने के लिए जल संरचनाएं बनाई गई हैं। इस अभियान से सम्पूर्ण राज्य में लोगों को न सिर्फ पेयजल, सिंचाई के लिए वर्षा का शुद्ध पानी मिला है बल्कि इससे गिरते भू-जल स्तर में भी 2 से 3 फीट का सुधार हुआ है।

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