अगर आप अपना नया उद्योग लगाने जा रहे है तो हमारी यह खबर पढ़ने के बाद आपकों खुशी होगी और आप अपना व्यवसाय करने की ओर अग्रसर होगें। राजस्थान सरकार के एक अधिकारी बता रहे है कि कैसे युवाओं को उद्योग लगाने के लिए प्रोत्साहित करें, कैसे नए उद्यमी छोटे-छोटे उद्योग लगाकर देश और प्रदेश के उत्पादन में अपना योगदान दे सकते है, और कैसे उद्योग लगाने के लिए बैंकों के ऋण ले सकते है। राजस्थान सरकार प्रदेश में युवाओं को उद्योग लगाने के लिए प्रेरित कर रही है और उद्योग स्थापित करने के लिए राज्य सरकार ने कई योजनाओं का भी संचालन किया है जिनका लाभ नए उद्यमी उठा सकते है। मुख्यमंत्री राजे ने हमेशा से ही प्रदेश के होनहारों को उद्योग और छोटे व्यवसाय करने के लिए सहयोग दिया है।
कलक्टर्स को बताया, कैसे बढ़ा सकते हो उद्योगो की गति
उन्होंने कहा कि अफसर युवाओं को उद्योग लगाने के लिए प्रोत्साहित करें, ताकि ज्यादा से ज्यादा रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकें। आईएएस सुबोध अग्रवाल ने जिलों में औद्योगिक विकास को गति देने के लिए कलेक्टर्स की अध्यक्षता वाली जिला स्तरीय औद्योगिक सलाहकार समितियों को सक्रिय करने के निर्देश दिए।
उन्होंने नए उद्योगों की स्थापना और जिले में बड़े उद्योगों के साथ ही लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्योगों को प्रोत्साहन कैसे दें, यह भी बताने को कहा।
समस्याओं का समाधान आसानी से होगा, मिलेगा रोजगार
उन्होंने कहा कि सहयोग, समन्वय और विभिन्न योजनाओं में उपलब्ध सुविधाओं का लाभ और उद्योगों की स्थानीय स्तर की समस्याओं का समाधान इस समिति के माध्यम से आसानी से किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जिला उद्योग केन्द्रों को फेसिलिटेशन सेंटर के रूप में विकसित किया जाए ताकि प्रदेश में सूक्ष्म, लघु और मध्यम आकार के उद्योगों का विस्तार हो सके। अधिक से अधिक लोगों को स्थानीय स्तर पर आय के साधन व रोजगार के अवसर मिल सके।
लाइट्स सॉफ्टवेरय को रखे अपडेट, कोर्ट ऑफ कंटेम्प्ट की स्थिती ना आने दे
अग्रवाल ने अधिकारियों को कोर्ट में विचाराधीन मामलों को लाइट्स सॉफ्टवेयर में नियमित रुप से अपडेट करने को कहा। यह भी कहा कि समय पर जवाब-दावा प्रस्तुत करें और प्रभावी तरीके से सरकार का पक्ष रखें। किसी भी सूरत में किसी भी केस में कंटेम्प्ट की स्थिति नहीं बने।
नई तकनीक का इस्तेमाल करें, सोच में बदलाव लाएं
उद्योग आयुक्त व सचिव सीएसआर कुंजी लाल मीणा ने अधिकारियों को सोच में बदलाव लाने और तकनीक का उपयोग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इससे समय पर काम पूरा होंगे और उनके क्रियान्वयन में गुणवत्ता आएगी। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम व भामाशाह रोजगार सृजन कार्यक्रम से अधिक से अधिक युवाओं को लाभान्वित करने और गत वर्ष बकाया स्वीकृत ऋणों को जारी कराने के निर्देश दिए। उन्होंने जिलों में इंडस्ट्रीयल प्रमोशन कैंप आयोजित करने, उद्योग मेलों का आयोजन, कोटा डोरिया, मोलेला, लेदर व अन्य परंपरागत हस्तशिल्प को प्रोत्साहित करने, दस्तकारों व बुनकरों के कार्ड बनाने व इनसे जुड़ी योजनाओं को प्राथमिकता से पूरी करने को कहा।