आपस में भिड़ रहे है राजस्थान में कांग्रेसी विधायक, दिल्ली में राहुल के दरबार में कैसे सुलझेगी ये उठापटक!

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Reshuffle may take place in Rajasthan Congress, Rahul Gandhi called MLA Meeting in Delhi

राजस्थान में अपने अस्तित्व को बचाने के लिए लड़ रही कांग्रेस अब आपस में ही लड़ने लग गई है। राजस्थान में कांग्रेस के विधायक आपस में गुटबाजी कर रहे है औऱ एक दूसरे की टांग खिंचने का कोई भी मौका नही छोड़ रहे है। ख़बरों के मुताबिक अब दिल्ली में राहुल गांधी दरबार लगाकर राजस्थान के कांग्रेसी विधायकों की आपसी लड़ाई को सुलझाने की कोशिश करेंगे। हाल ही में नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी विधायकों के व्यवहार, कार्यशैली और उनकी ओर से बुलाई जाने वाली बैठकों में सभी विधायकों के नहीं आने को लेकर फीडबैक राहुल गांधी को देकर आए थे। इस उठापटक के बीच नेता प्रतिपक्ष डूडी के सितारे भी गर्दिश में नजर आ रहे हैं।

अशोक गहलोत और गुरूदास कामत है सभी समस्या की जड़

प्रदेश कांग्रेस में पिछले करीब एक माह से तरह-तरह की अफवाहों के दौर चल रहे हैं। इसी बीच प्रदेश प्रभारी गुरुदास कामत के इस्तीफा देने और नए प्रभारी के रूप में महाराष्ट्र के नेता अविनाश पाण्डे की नियुक्ति के बाद अब विधायकों में खेमेबाजी खुलकर सामने आ गई है। वहीं राजस्थान से मुख्यमंत्री पद का दावा पेश करने वाले दिग्गज कांग्रेसी नेता अशोक गहलोत को गुजरात भेजना भी गुटबाजी और आपसी मतभेद का एक कारण बना है। डूडी ने दिल्ली में राहुल गांधी को फिडबैक दिया कि कांग्रेस के सभी विधायक ना तो विधानसभा में आते है ओर ना ही पार्टी की बैठकों में। डूडी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष से कहा कि अगर विधानसभा में कोई विधायक आते हैं तो सभी अलग-अलग मतों पर बोलते है। पार्टी अलग-अलग गुटों में बंट गई है जिससे प्रदेश में हम कमजोर हो गये हैं। buybtc.in,rajpalace.com

                         सभी विधायकों के साथ दिल्ली कूच करेंगे डूडी, मिली जिम्मेदारी

इसके बाद गांधी ने सभी विधायकों को उनके पास लेकर आने की जिम्मेदारी डूडी को सौंपी थी। इसको लेकर डूडी के कार्यालय की ओर से मंगलवार को सभी विधायकों को 16 मई को राहुल गांधी से मुलाकात के लिए चलने के लिए कहा गया है। इस बैठक में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट, प्रदेश प्रभारी अविनाश पाण्डे भी मौजूद रहेंगे।

                                    प्रदेश कांग्रेस ने चल रही है बदलाव की अटकलें

सूत्रों के मुताबिक गांधी से इस मुलाकात के बाद कांग्रेस में बड़ा बदलाव भी हो सकता है। माना जा रहा है कि कुछ विधायक गांधी के सामने बदलाव की बात उठा सकते हैं। क्योंकि विधानसभा में कई बार देखा गया है कि सत्तापक्ष के विरूद्ध आवाज उठाने पर सभी एक साथ खड़े नहीं होते तो वैल में आने को लेकर बुलाना पड़ता है।  कुछ विधायक तो इस तरह के मुद्दे उठाए जाने के दौरान सदन से ही गायब रहते हैं। इसकी वजह पार्टी पदाधिकारी कुछ विधायकों की वरिष्ठता तो कुछ को प्रदेश के बड़े नेताओं को साथ मिला होने से वे तवज्जो ही नहीं देते।

                                     धौलपुर चुनाव के बाद से राहुल ले रहे हर माह फीडबैक

सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी हर माह राज्यों में कांग्रेस के हालत को लेकर फीडबैक लेते हैं। इसके लिए गांधी एक विदेशी कंपनी की सेवाएं ले रहे हैं। राजस्थान पर गांधी का विशेष फोकस है। सामने आ रहा है कि प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति अच्छी है, लेकिन कुछ नेताओं के आपसी मनमुटाव के चलते पार्टी को नुकसान उठाना पड़ रहा है। धौलपुर विधानसभा उपचुनाव में भी पार्टी की चुनाव से करीब दस दिन पहले स्थिति मजबूत होने और बाद में कुछ बड़े नेताओं के सभाओं में टिप्पणी करने से हालात बिगडऩे की भी गांधी को रिपोर्ट पहुंचे की बात प्रदेश में चर्चाओं में हैं।

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