राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा में नेतृत्व परिवर्तन की अफवाहों पर कई बार लगाम लगाई जा चुकी है लेकिन फिर भी विरोधी ताकतों ने एक शिगूफा बनाया हुआ है कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा में नेतृत्व परिवर्तन होगा। हाल ही में भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष व विधायक कैलाश चौधरी ने इन बातों का खंड़न किया है कि राजस्थान में अगर भाजपा का कोई नेतृत्व करेगी तो वो वर्तमान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ही है। चौधरी ने नेतृत्व परिवर्तन को विरोधियों और विपक्ष द्वारा छोड़ा हुआ शिगूफा बताया और कहा कि यह विपक्ष की साजिश है और कुछ नही। चौधरी ने कहा कि राजस्थान सरकार केन्द्र सरकार की तरह अपना ध्यान केवल विकास और सुशासन पर केन्द्रित कर रही है जिससे विपक्ष के पास विरोध का अन्य कोई मुद्दा नहीं बचा है
राज्य से बिमारू राज्य का हटा टैग, जमीन पर उतरे काम
चौधरी ने बताया कि राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार प्रदेश के विकास कार्यों में केन्द्र की मोदी सरकार के नक्शेकदम पर चल रही है। प्रदेश सरकार ने तीन सालों में कांग्रेस सरकार द्वारा विरासत में दिये बीमारू राज्य के टैग को दूर करने की दिशा में अहम कदम उठाये हैं। राज्य सरकार ने बिना किसी भेदभाव के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘सबका साथ, सबका विकास’ सपने को जमीन पर उतारने का काम किया है। उन्होने बाड़मेर में स्वीकृत रिफाइनरी का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि पिछली सरकार की तुलना में हमने रिफाइनरी का सस्ता और सुलभ समझौता किया है, जिससे राज्य सरकार को 40,000 करोड़ रुपए का फायदा हुआ है। रिफाइनरी से प्रदेश की विकास दर में वृद्धि होगी और विशेषकर पश्चिमी राजस्थान के रेगिस्तानी इलाके में तो कायाकल्प हो जायेगा’।
केंद्र और राज्य संगठन का तालमेल शानदार
विधायक चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री को राज्य की जनता, शीर्ष नेतृत्व, सरकार तथा संगठन सबका भरोसा हासिल है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री का केन्द्र सरकार और संगठन के साथ बहुत अच्छा तालमेल और समन्वय है तथा वे हमेशा सबको साथ लेकर चलने में विश्वास रखती हैं। प्रदेश को विकास के पथ पर सुचारू रूप से आगे बढ़ाने के लिए हम एक बार फिर उनके नेतृत्व में चुनावों में जाएंगे और जनता का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे।