दिल्ली के क्रिकेटर मोहित अहलावत ने टी20 मैच में सिर्फ 72 गेंद में 39 छक्कों की मदद से नाबाद 300 रन की पारी खेलकर सनसनी फैला दी है। दिल्ली के लिए तीन प्रथम श्रेणी मैच खेलने वाले 21 साल के अहलावत मावी एकादश की ओर से फ्रेंड्स प्रीमियर लीग में फ्रेंड्स एकादश के खिलाफ खेल रहे थे। इस पारी से अहलावत की नजर अब बड़े मंच पर अपना जलवा बिखेरने की है। मोहित ने ये पारी उस समय खेली है, जब आईपीएल 10 के लिए नीलामी होने में कुछ ही दिन बाकी हैं। ऐसे में उन्हें खरीदने को लेकर आईपीएल टीम के मालिकों के बीच होड़ लग सकती है।
अपनी इस अद्भुत पारी में अहलावत ने 14 चौके भी जड़े, जिससे उनकी टीम ने 20 ओवर में दो विकेट पर 416 रन बनाए और मैच 216 रन से जीता। मोहित ने आईपीएल नीलामी के लिए अपना नाम भी भेजा है। मोहित ने कहा कि मैंने आईपीएल 10 की नीलामी के लिए अपना नाम भेजा है लेकिन मुझे नहीं पता कि मेरी ये पारी आईपीएल नीलामी में टीम ऑनर्स का मेरी तरफ ध्यान आकर्षित करवा पाएगी या नहीं। मैं आईपीएल में अपनी प्रतिभा को दिखाने का इंतजार कर रहा हूं।
वेस्टइंडीज के क्रिस गेल के नाम हैं सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर
क्रिकेट लीग में सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर का नाम वेस्टइंडीज के क्रिस गेल के नाम हैं। उन्होंने आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की ओर से 175 रन बनाए थे। मोहित दिल्ली की लाल बहादुर शास्त्री एकेडमी में अभ्यास करते हैं, इस एकेडमी से गौतम गंभीर और अमित मिश्रा जैसे बड़े खिलाड़ी निकले हैं।
एक मैच में अधिकतम लगे 34 छक्के
इससे पहले टी-20 मैच की किसी पारी में अधिकतम 21 छक्के लगे थे, तो वहीं अगर पूरे मैच की बात करें तो अधिकतम 34 छक्कों का रिकॉर्ड है। हालांकि अहलावत ने अब अकेले 39 छक्के जड़ कर नया हैरान करने वाला रिकॉर्ड कायम कर दिया हैं।
अपनी इस पारी के बारे में अहलावत कहते हैं, ‘मैंने शुरुआत से ही तेज खेलने का फैसला किया। मैच में पांच ओवर बाकी रहते ही मैं 200 रनों के करीब था. तो मैंने और तेज बल्लेबाजी शुरू कर दी। मैच में दो अवर बचे रहते मैं 250 रनों पर चुका था। उसके बाद मैंने अपने साथी से कहा कि मैं कोशिश करता हूं अगर 300 रन बना सकूं तो और फिर अंतिम ओवर में मैंने 30 रन जड़े।’
मोहित इससे पहले डीडीसीए लीग गेम में खेलते हुए 158 रन जड़ चुके हैं। हालांकि वह 2016-17 के रणजी टीम में ज्यादा कमाल नहीं कर पाए थे और राजस्थान, विदर्भ और हरियाणा के खिलाफ तीन मैचों में महज 4, 0 और 1 रन ही बना सके थे