प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव से पहले कुछ नेताओं का दल बदल कार्यक्रम शुरू हो गया है। इसका सबसे पहले हिस्सा बने हैं बाड़मेर जिले के शिव विधानसभा क्षेत्र के विधायक मानवेंद्र सिंह। ये अटल बिहारी बाजपेयी सरकार में विदेश और वित्त मंत्री रहे जसवंत सिंह के बेटे हैं। जब कोई नेता दल बदलता है तो इससे जनता के बीच सही मैसेज नहीं जाता है। जाहिर सी बात है कि वह अपने फायदे के लिए किसी अन्य दल का हिस्सा बनता है। Manvendra Singh
ऐसे में जो लोग पार्टी समर्थक होते हैं उन्हें इस बात की नाराजगी रहती है कि उनकी मेहनत से वह इस मुकाम पर पहुंचा और अपने फायदे के लिए पार्टी छोड़कर अन्य किसी दल में शामिल हो गया। यह उसे नेता बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ धोखा करने का काम है। इस वजह से नेताओं को कई बाहर अपने राजनीतिक करियर से भी हाथ धोना पड़ता है। Manvendra Singh
मानवेंद्र 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीते थे। सिंह पार्टी छोड़कर बुधवार को नई दिल्ली में राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हो गए। उनके दल बदलू होने के बाद बीजेपी की प्रतिक्रिया सामने आई है। मानवेंद्र के कांग्रेस में शामिल होने पर भारतीय जनता पार्टी की राजस्थान इकाई ने बुधवार को कहा कि कोई भी नेता पार्टी से बड़ा नहीं होता। हर व्यक्ति आने जाने के लिए स्वतंत्र हैं। मानवेंद्र सिंह के जाने से आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
मानवेंद्र ने कांग्रेस का हाथ थामकर कार्यकर्ताओं का अपमान किया: राव राजेन्द्र सिंह Manvendra Singh
शिव से बीजेपी विधायक मानवेंद्र सिंह के पार्टी छोड़कर कांग्रेस में जाने पर राजस्थान विधानसभा के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ बीजेपी नेता राव राजेन्द्र सिंह ने कहा कि मानवेंद्र ने कांग्रेस का हाथ थामकर उन लाखों कार्यकर्ताओं का अपमान किया है, जिन्होंने उन्हें राष्ट्रीय स्तर तक पहचान दी थी। Manvendra Singh
Read More: ‘देश बचाओ मोदी हटाओ’ कैम्पेन चला कांग्रेस कर रही पाकिस्तान से गठबंधन के प्रयास
कार्यकर्ताओं ने मानवेंद्र को पहले सांसद बनाया और पिछले चुनाव में विधायक बनाकर विधानसभा भेजा। लेकिन उन्होंने उन्हीं कार्यकर्ताओं और बीजेपी की पीठ पर छुरा घोंपा है। भारतीय जनता पार्टी के इस बयान से पहले मानवेंद्र सिंह को राहुल गांधी के आवास पर राजस्थान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने कांग्रेस की सदस्यता दिलवाई।
मानवेंद्र को केन्द्रीय मंत्री राज्यवर्धन ने याद दिलाया कांग्रेस के 70 सालों का इतिहास Manvendra Singh
केन्द्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने मानवेंद्र सिंह के बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने के बाद कड़ी प्रतिक्रिया दी है। राठौड़ ने बुधवार को कहा कि यह मानवेंद्र सिंह का निर्णय है लेकिन उनके पिता जसवंत सिंह ने अपना पूरा जीवन उसी कांग्रेस के खिलाफ लड़ते हुए निकाल दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने उनके पिता को वित्त और रक्षा जैसे मंत्रालय देकर सम्मानित किया।
इसके बावजूद मानवेंद्र उस पार्टी के साथ गए हैं जिसने पिछले 70 सालों में राजस्थान से किसी भी राजपूत को केन्द्र में मंत्री तक नियुक्त नहीं किया। इधर, राजस्थान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल सैनी ने कहा कि मानवेंद्र सिंह ने लोकसभा चुनाव में बागी का साथ दिया। हमनें उन्हें सस्पेंड कर दिया था और अब उनके कांग्रेस में जाने का बीजेपी को कोई नुकसान नहीं होगा। मानवेंद्र के कांग्रेस में चले जाने पर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सैनी बेफिक्र दिखे।