एलन कोचिंग समूह के 40 ठिकानों पर आयकर विभाग ने कसा शिकंजा, 27 ठिकाने राजस्थान में

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    Income Tax Raid on Allen Career Institute

    राजस्थान सहित एलन कोचिंग समूह के देशभर में मौजूद 40 ठिकानों पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने शिकंजा कसा है। इनमें 27 ठिकाने राजस्थान के शामिल हैं। एलन समूह के देशभर के विभिन्न राज्यों में कोचिंग इंस्टीट्यूट हैं।

    एलन कोचिंग संस्थान के राजस्थान में जयपुर, कोटा, सीकर, जोधपुर, उदयपुर सहित कई जिलों में कोचिंग इंस्टीट्यूट हैं। इनके अलावा देशभर में चंडीगढ़, लखनऊ, पटना, रांची, पूना आदि शहरों में यह कार्रवाई की जा रही है। कार्रवाई का मुख्य केंद्र कोटा स्थित तलवंडी में समूह के मालिकों के घर हैं। न किसी को घर के बाहर आने दिया जा रहा है और न ही बाहर निकलने दिया जा रहा है। सभी केंद्रों पर इसी तरह का माहौल है। न कोई बाहर आ रहा है न अंदर जा पा रहा है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के 300 कर्मचारी-अधिकारी इस कार्रवाई को अंजाम दे रहे हैं। जिन सेंटर्स पर केवल कोचिंग क्लासेज लगती हैं, वहां किसी प्रकार का काम प्रभावित नहीं हुआ है। सभी जगह कोचिंग क्लासेज यथावत चल रही हैं।

    क्या है एलन कोचिंग इंस्टीट्यूट, कौन हैं इसके मालिक

    असल में एलन कोचिंग इंस्टीट्यूट की शुरुआत कोटा से हुई थी। यहां शुरुआत में केवल इंजीनियरिंग में प्रवेश परीक्षा के लिए कोचिंग की शुरुआत की गई थी।  इसके बाद एक-एक कर अन्य सब्जेक्ट भी शामिल किए गए।  मेडिकल, आईआईटी, इंजीनियरिंग सहित सभी तरह एग्जाम्स की कोचिंग यहां शुरु की गई।  कोटा में एक इंस्टीट्यूट से शुरुआत करते-करते राजस्थान के जयपुर, जोधपुर सहित कई शहरों में पहुंच बनाई।  इसके बाद एक-एक कर अन्य राज्यों में भी पांव पसार लिए। कोचिंग संस्थाओं के नाम में सबसे पहले कोटा को कोचिंग हब बनाने में एलन सबसे आगे रहा है।

    1989 में इंजीनियरिंग कर निकले नवीन ने की इसकी शुरुआत

    असल में एलन कोचिंग संस्थान के निदेशक नवीन माहेश्वरी ने 1989 में सूरत रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज से बीई किया।  इनके कुछ साल बाद ही छोटे भाई बृजेश माहेश्वरी भी इंजीनियरिंग करके आए। जिस समय दोनों इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे, तब घर की आर्थिक स्थिति बेहद सामान्य ही थी, लेकिन दोनों ने परिश्रम कर इंजीनियरिंग की। इसके बाद दोनों ने तय किया कि वे कहीं नौकरी नहीं करेंगे और बच्चों को ऐसा रास्ता दिखाएंगे कि उन्हें इंजीनियरिंग या मेडिकल में प्रवेश की कोई दिक्कत नहीं आए।  शुरुआत में छोटे से इंस्टीट्यूट से कोचिंग की शुरुआत करने वाले दोनों भाइयों के साथ दोनों बड़े भाई गोविंद माहेश्वरी और राजेश माहेश्वरी भी जुड़ गए।  उसके बाद चारों ने एलन समूह को इतना बड़ा बना दिया कि आज समूह का वार्षिक कोचिंग कारोबार हजारों करोड़ में शामिल हो गया।

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