राजस्थान के गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने बुधवार को पीएचक्यू में सेंट्रल अभय कमांड सेंटर का उद्घाटन किया। पुलिस को हाईटेक बनाने के लिए 14 जिलों को 14 मोटरसाइकिल, 500 ई-चालान डिवाइस, 5 जिलों को स्पीड लेजर गन, 18 जिलों को 20 इंटरसेप्टर कार दी गई हैं। Abhay Command Center
पुलिस मुख्यालय में 20 इन्टरसेप्टर्स एवं 14 जीपीएस युक्त मोटरसाईकल्स को हरी झण्डी दिखाकर गन्तव्य के लिए रवाना किया। उन्होंने खरीदे गये 500 ई चालान डिवाईसेज में से 5 डिवाईसेज सम्बन्धित यातायात निरीक्षकों को प्रदान की।
गृह मंत्री कटारिया ने इस अवसर पर अपने उद्बोधन में विश्वास व्यक्त किया कि रोड सेफ्टी फण्ड से प्राप्त संसाधनों से यातायात पुलिस की कार्य क्षमता में और अधिक वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रतिवर्ष लगभग 10 हजार व्यक्तियों की सड़क दुर्घटनाओं में अकाल मृत्यु होती है एवं इससे उनके परिजनों के समक्ष गम्भीर संकट उत्पन्न हो जाता है।
उन्होंने बताया कि कुल दुर्घटनाओं मेें से लगभग 35 प्रतिशत दुर्घटनाओं के शिकार दुपहिया वाहन चालक होते है। साथ ही कुल दुर्घटनाओं में 30 प्रतिशत का कारण शराब का सेवन करना है। उन्होंने कहा कि तकनीक के उपयोग से यातायात पुलिस की कार्यक्षमता के साथ ही विश्वास भी बढेगा। Abhay Command Center
यातायात पुलिस की कार्यक्षमता के साथ ही विश्वास भी बढ़ेगा
गृह मंत्री कटारिया ने बताया कि मुख्यमंत्री ने इस वर्ष के बजट में पुलिस के संसाधनों की वृद्धि एवं पुलिस कर्मियों के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने पर विशेष ध्यान दिया है। मैस भते को 1600 रूपये से बढाकर 2000 हजार रूपये करने के साथ ही होमगार्ड को प्रतिदिन देय भता 350 रूपये से बढाकर 693 रूपये किया गया है। इन सुविधाओं से पुलिस कर्मियों की क्षमता संर्वधन के साथ ही मनोबल में भी वृद्धि होगी। Abhay Command Center
कटारिया ने कहा कि आम आदमी अपनी समस्याएं लेकर बिना किसी डर के वरिष्ठ अधिकारियों से मिल लेता है। उन्होंने पुलिस थानों में भी इसी प्रकार का वातावरण बनाने की आवश्यकता प्रतिपादित की, जिससे बिना किसी भय के आम आदमी थाने में जाकर अपनी समस्याएं बता सके। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से टीम भावना व अन्र्तमन के साथ आम नागरिकों को न्याय दिलाने के लिए तत्परता से कार्य करने का आह्वान किया। Abhay Command Center
रोडसेफ्टी फण्ड से 7 करोड 76 लाख रूपये की राशि का आवंटन
महानिदेशक पुलिस ओ.पी. गल्होत्रा ने बताया कि वर्ष 2017-18 में रोडसेफ्टी फण्ड से पहली बार पुलिस को 7 करोड 76 लाख रूपये की राशि का आवंटन हुआ है। इसमें से कुल 3 करोड 20 लाख रूपये की राशि से 20 नये इन्टरसेप्टर्स खरीदने के बाद अब पुलिस के पास कुल 76 इन्टरसेप्टर्स उपलब्ध हो गये हैं। नये इन्टरसेप्टर्स आने से अब प्रत्येक जिले में न्यूनतम एक-एक इन्टरसेप्टर उपलब्ध रहेगा।
रोडसेफ्टी के बारे में प्रचार प्रसार करने के लिए 25 लाख रूपये की लागत से एक रोडसेफ्टी प्रदर्शनी वाहन एवं 10.5 लाख रूपये की कीमत की 14 जीपीएस युक्त मोटरसाईकले भी खरीदी गई है। गल्होत्रा ने बताया कि इस राशि से ही 45 लाख रूपये की लागत से 5 पोर्टेबल स्पीड लेजर गन खरीदी गई है। इन्हें दोनाें कमिश्नरेट व तीन अन्य जिलों को उपलब्ध करवाया जा रहा है।
सभी सम्भागीय मुख्यालयों पर अभय कमाण्ड एंड कन्ट्रोल सेन्टर स्थापित Abhay Command Center
महानिदेशक ने सेन्ट्रल अभय कमाण्ड एंड कन्ट्रोल सेन्टर के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि सूचना प्रोद्यौगिकी विभाग की पहल पर सभी सम्भागीय मुख्यालयों पर अभय कमाण्ड एंड कन्ट्रोल सेन्टर स्थापित किये जा चुके हैं। इस सभी स्थानों पर यह केन्द्र कार्यरत है। उन्होंने बताया कि लगभग एक वर्ष की अवधि के दौरान जयपुर के 100 नम्बर पर कुल 10 लाख से अधिक कॅाल्स की सूचना हैं। उन्होंने बताया कि जयपुर में 504 कैमरे स्थापित करने के साथ ही सातों सम्भागीय मुख्यालयों पर कुल 1575 कैमरे स्थापित किये जा चुके है।
सातों सम्भागीय मुख्यालयों पर कुल 12 हजार 280 कैमरे लगाये जाएंगेे। गृहमंत्री ने सेन्ट्रल अभय कमाण्ड एंड कन्ट्रोल सेन्टर का शुभारम्भ करने के बाद वहां की कार्य प्रणाली की विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने जयपुर में तीन स्थानों पर ड्रोन के द्वारा लिये जा रहे सजीव दृश्यों का अवलोकन किया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह केन्द्र प्रदेश भर में पुलिस वाहनों की मोनिटरिंग के साथ ही आपराधिक गतिविधियों पर प्रभावी रोकथाम की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण सिद्ध होगा।
इस केन्द्र के प्रभारी पुलिस उप महानिरीक्षक शरत कविराज ने गृह मंत्री को इस केन्द्र के कार्यों से अवगत कराया। इस केन्द्र में लगाई कुल 8 बडी स्क्रीन पर प्रदेश के सातों सम्भागीय मुख्यालयों पर स्थित अभय कमाण्ड एंड कन्ट्रोल सेन्टर्स की मोनिटरिंग के साथ ही पुलिस के सभी वाहनों की पोजिशन के बारे में भी जानकारी ली जा सकेगी।
इस केन्द्र द्वारा राजस्थान पुलिस की सम्पत्तियों, नेटवर्क, जीपीएस वाहन एवं अपराध विश्लेषण इत्यादि की सघन मोनिटरिंग की जा सकेगी। इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह दीपक उप्रेती एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव परिवहन शैलेन्द्र अग्रवाल सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारीगण भी मौजूद थे। Abhay Command Center