राजस्थान की शिक्षा नगरी कोटा के आरएसी परेड मैदान में बुधवार से ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट (ग्राम) का आगाज हो गया। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वैंकेया नायडू एवं मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बुधवार को करीब सवा दस बजे ग्राम कोटा में पहुंचे। नायडू और मुख्यमंत्री का बेसब्री से इंतजार कर रहे किसान इनके पहुंचने के साथ ही कार्यक्रम स्थल पर जुटना शुरू हो गए। इसके बाद केंद्रीय मंत्री नायडू एवं मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ग्राम कोटा का उद्घाटन किया।
किसानों को मिलेगा कोटा ग्राम से भरपूर लाभ- मुख्यमंत्री राजे
ग्राम 2017 के उद्धाटन सत्र को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि हमने बहुत ही सुंदर एक कार्यक्रम का आयोजन किया है। हमने सिर्फ अपने किसानों के लिए ये इतना बड़ा आयोजन किया है , इससे किसान जरूर लाभान्वित होंगे। इसमें किसान खेती के बारे में नवीन तकनीकों की जानकारी लेकर खेती की तकनीकों में नवाचार कर सकेंगे। पिछले साल भी हमने ये आयोजन किया था, जिसके सकारात्मक परिणाम हमारे सामने आए थे।
हाड़ौती संभाग का सिंचाई तंत्र है मजबूत, खेती को बढ़ावा देने पर दिया जोर
हाड़ौती संभाग में सिंचाई का तंत्र सबसे मजबूत है। कोटा संभाग में पानी की उपलब्धता को हमारे किसानों ने आगे ले जाने की कोशिश की है। हमारी सरकार किसानों के साथ है और खेती को बढ़ावा दिए जाने पर जोर दिया जा रहा है। पश्चिमी राजस्थान में खजूर की खेती शुरू की गई है। सीएम ने कहा कि हम कम पानी में ज्यादा पैदावार देने की कोशिश की जा रही है। हमने 8500 करोड़ की बिजली में सब्सिडी अपने किसान भाइयों को दी है।
किसानों की आय दुगना करने के लिए किया जा रहे है नवाचार
समारोह को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी ने कहा, पहले राजस्थान में प्रतिवर्ष औसत आय 64 हजार से बढ़कर 88 हजार प्रति किसान आय हो गई है। 2022 तक किसान की आय दुगना करने का प्रयास होंगे। इसमें संभाग में कृषि क्षेत्र में हुए नवाचारों की जानकारी दी जा रही है। इस आयोजन से संयुक्त उपक्रमों एवं विपणन साझेदारियों की काफी संभावना है। इसका उद्देश्य किसानों का सशक्तिकरण, कृषि नवाचारों का प्रदर्शन, मार्केटिंग अनुबंध, संयुक्त उपक्रम, तकनीकी हस्तांतरण, अंतरराष्ट्रीय निवेश, व्यवसाय के अवसर, कृषि आधारित अनुसंधान को प्रोत्साहित करना और कृषि एवं संबंधित क्षेत्र को साझा मंच उपलब्ध करना है। ग्राम में बारां, बूंदी, झालावाड़ एवं कोटा की क्षमताएं प्रदर्शित की जा रही हैं। कृषि से जुड़े सभी संबद्ध पक्षों जैसे कोटा और आस-पास के किसान, शिक्षाविद, तकनीकी विशेषज्ञ, कृषि व्यवसाय से जुड़ी कंपनियां इसमें भाग ले रही हैं।
1 हजार करोड़ के होंगे 20 एमओयू
ग्राम में 7800 वर्ग मीटर क्षेत्र में लगी प्रदर्शनियों में सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र की कंपनियों की स्टॉलों पर मशीनरी एवं संबद्ध सेवाओं, एग्री इनपुट्स एवं संरक्षित खेती, सिंचाई, प्लास्टि कल्चर एवं प्रिसिजन वार्मिंग, फूड एवं फूड प्रोसेसिंग तकनीक, डेयरी एवं पशुधन, एग्री डायवर्सिफि केशन एवं रिटेलर्स, पोस्ट हार्वेस्टिंग तकनीक की जानकारी दी जा रही है। ग्राम में गुरुवार को करीब 1 हजार करोड़ के 20 एमओयू होंगे। इसमें 9 प्रसंस्करण यूनिट, 6 मंडी यार्ड, 4 कोल्ड चेन और एक वेयर हाउस का शामिल हैं।