बीकानेर की विरासत कहा जाने वाला गंगा राजकीय म्यूजियम फिर से उसी शानो—शौकत के साथ फिर से तैयार हो चुका है। जल्दी ही इस म्यूजियम का उद्घाटन कर पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। इतिहास के अनुसार महाराजा गंगासिंह ने अपनी बीकानेर रियासत के गोल्डन जुबली अवसर पर 5 नवम्बर, 1937 को इस गंगा म्यूजियम की स्थापना की थी। अब आने वाली 5 नवम्बर को ही इसका फिर से उदघाटन हो सकता है। महाराजा गंगासिंह का यह म्यूजियम करीब 80 साल पुराना है जिसे करीब तीन करोड़ रूपए की लागत से फिर से तैयार किया गया है। करीब तीन साल से इसके नए स्वरूप दिए जाने पर काम चल रहा है जो अब जाकर खत्म हुआ है। यही वजह थी कि इसे पर्यटकों के लिए पिछले साल दिसम्बर में बंद कर दिया गया था।
अबकी बार यहां सिलिकॉन के पतलों से बने महाराजा का दरबार भी सजाया गया है जो पर्यटकों के लिए खास आकर्षण का केन्द्र साबित होगा।
शाही रहन—सहन की दिखेगी झलक, 9 फुट लंबा शेर व बाघ आकर्षक का केन्द्र
यहां पर्यटक महाराजा गंगासिंह के वर्साय संधि में शामिल होने की बड़ी पेंटिंग, कई तरह के दुर्लभ सिक्कों की गैलरी और राजा—महाराजाओं की शाही जीवन शैली को दर्शाने वाला सामान जिनमें उनके कपड़े व हथियार आदि शामिल हैं, आदि देखने को मिलेंगे। यहां एक बाघ की खाल वाला 9 फुट से भी लंबा एक पुतला भी रखा है जो महाराजा गंगासिंह के 100वें शिकार की निशानी है। इसके साथ ही 9 फुट 3 इंच लंबा शेर का पुतला भी यहां रखा गया है जिसका शिकार महाराजा गंगासिंह ने 31 मई, 1941 को सांसानगर एरिया में किया था। बीकानेर रियासत के राव और अन्य राजा—महाराजाओं की पेंटिंग दीर्घा, उनके अस्त्र—शस्त्र और तांबे के बड़े—बड़े पात्र भी यहां नजर आएंगे जो शाही व राजसी रहन—सहन का एक प्रतिबिब है।
निदेशालय को भेजी जा चुकी है जीर्णोद्धार की रिपोर्ट, जल्द खुलेंगे द्वार
जैसाकि पहले भी बताया गया है, इस म्यूजियम की स्थापना 1941 में की गई थी लेकिन किसी कारण से इस म्यूजियम को 1954 में लालगढ़ पैलेस से जयपुर मार्ग पर म्यूजियम सर्किल के पास नए भवन में शिफ्ट किया गया था। यह इसका सारा काम खत्म हो चुका है और निदेशालय को इसके काम खत्म होने की रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। आने वाले कुछ ही समय में इसे फिर से पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा।
नई होंगी प्रवेश दरें, स्टूडेंट ग्रुप के लिए निशुल्क होगी एंट्री
करीब 9 महीने से जीर्णोद्धार के लिए बंद इस म्यूजियम के फिर से खुलने का सभी को इंतजार है। लेकिन इस बार म्यूजियम की प्रवेश दर के शुल्क में कुछ बदलाव भी देखने को मिलेंगे। इस बार प्रवेश शुल्क बढ़ाया गया है। इस बार म्यूजियम का प्रवेश शुल्क आम आदमी के लिए 20 रूपए जबकि स्टूडेंट्स के लिए 10 रूपए निर्धारित किया गया है। पहले यह शुल्क क्रमश: 5 रूपए व 2 रूपए था। इसी तरह, विदेशी पर्यटकों से शुल्क 100 रूपए और विदेशी विद्यार्थियों से 50 रूपए शुल्क लिया जाएगा। सुबह 10 से 12 बजे स्टूडेंट्स ग्रुप के लिए प्रवेश शुल्क निशुल्क रखा गया है।