बच्चा चोर गिरोह की खबरें व हिंसक भीड़ बनी पुलिस का सिरदर्द, जानें सोशल मीडिया पर वायरल खबरों का पूरा सच

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जयपुर। प्रदेश में बच्चा चोर गिरोह के सक्रिय होने की अफवाहें तेजी से फैल रही है। वॉट्सएप और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस घटना से संबंधित वीडियो और तस्वीरें आए दिन सामने आती रहती है। लेकिन यह सभी अफवाह है। कुछ जगहों पर तो भीड़ ने बच्चा चोरी के आरोप में कुछ लोगों की पिटाई तक भी कर दी है। प्रदेशभर में ऐसी अफवाह फैलने से पुलिस मुख्यालय में बैठे अफसर भी काफी परेशान है। ऐसी अफवाह पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस मुख्यालय ने सभी जिला एसपी और डीसीपी काे साेशल मीडिया पर फर्जी वीडियाे बनाकर अफवाह फैलाने वाले लाेगाें के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। पिछले दाे माह में ऐसी मारपीट की कई घटनाएं सामने आई हैं। पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलाें से इन घटनाओं की रिपाेर्ट मांगी है।

बच्चा चोरी की घटना ही नहीं हुई
एडीजी क्राइम बीएल सोनी ने कहा कि बच्चाें की चुराने जैसी अभी तक काेई घटना नहीं हुई है। ये सब वाॅट्सएप ग्रुप पर वायरल करके अफवाह फैलाई जा रही है। बदमाश समझकर लाेगाें से मारपीट की घटनाएं सामने आई हैं। अफसरों काे अफवाह फैलाने वाले और मारपीट करने वाले आराेपियाें के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

पुलिस के साथ शेयर करें जानकारी
एडीजी क्राइम बीएल सोनी ने बताया की इस मामले में पुलिस अधीक्षकों को कार्रवाई के निर्देश दिए देने के साथ ही लोगों में जागरूकता लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसे गिरोह के लोगों को कोई जानकारी मिलती है तो उसे पुलिस के साथ शेयर करना चाहिए। ऐसे मामलों में सत्यता होने पर पुलिस कार्रवाई करेगी, लेकिन किसी भी बेगुनाह को शिकार बनाना अपराध है। उन्होंने कहा की बेगुनाहों को शिकार बनाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

सोशल मीडिया पर वीडियो हो रहे वायरल
मध्यप्रदेश आदि क्षेत्रों से आ रहे वीडियो को प्रदेश के किसी गांव की घटना बताते हुए सोशल मीडिया पर चेतावनी भरे शब्दों में वायरल कर दिया जाता है। फिर वॉट्सएप ग्रुप में ये अलग-अलग वायरल होता रहता है। दहशत फैलाने के लिए इनमें ये भी कहा जाता है कि पांच से दस साल के बच्चाें का अपहरण करके उनके अंग बेचे जा रहे हैं।

अफवाहों के चलते हिंसक होने लगी भीड़
प्रदेश में बच्चा चोरी की अफवाएं तेजी से फैलने लगी है। बच्चा चोरी के आरोप में भीड़ द्वारा हिसंक होने के मामले भी तेजी से बढ़ने लगे हैं। हाल के दिनों में बांसवाड़ा, डूंगरपुर, सवाईमाधोपुर, भरतपुर, अलवर के बानसूर और उदयपुर में भी ऐसे मामले सामने आए हैं। बांसवाड़ा में तो स्वांग बनाकर अपना पेट पालने वाले बहरूपियों को बच्चा चोर समझकर लोगों ने पीट तक दिया। वहीं डूंगरपुर के बिछीवाड़ा में फेरी लगाने वाली महिला को बच्चा चोर समझकर लोगों ने मारपीट कर दी। चित्ताैड़गढ़ जिले में एक सप्ताह में छह ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें शंका के आधार पर किसी क्षेत्र में घूमती महिलाओं को पकड़ लिया जाता है। फिर उसकी धुनाई कर पुलिस को सौंप देते हैं। जयपुर ग्रामीण में दाे महिलाओं काे बच्चा चाेर गिराेह की बदमाश समझकर उनसे मारपीट की गई है। एक युवक कचरा बीन रहा था। ग्रामीणाें ने उसे बच्चा चुराने वाला समझा और उससे मारपीट कर दी।

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