बदलते युग में इंटरनेट ने हम मानवों का जीवन जीने का नजरिया ही बदल दिया है। माइक्रोमैक्स, सैमसंग, जीओमी जैसे सस्ते स्मार्टफोन्स और रिलायंस जिओ फ्री नेट सुविधा की लोकप्रियता को देखते हुए राजस्थान के अधिकारियों ने जनता की इन्टरनेट लत भुनाने का एक शानदार तरीका ढूंढ निकाला है। पिछले कुछ दिनों से राजस्थान सरकार ग्रामीण एवं पिछड़े इलाकों में बढ़ती जनसंख्या को ले के काफी चिंतित थी। पर अब पुरुषों के बीच परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए झालावाड़ प्रशासन ने एक शानदार तरीका ईजाद किया है। हाल ही में झालावाड़ के सरकारी अधिकारियों ने उन पुरुषों को 4जी स्मार्टफोन देने का ऐलान किया है, जो यथोचित परिवार नियोजन के तरीकों को अपनाएंगे। इस ऐलान के होते ही सरकार का ये अनूठा तरीका पुरुषों के बीच हिट हो गया है।
आगे जानें झालावाड़ प्रशासन के इस ऐलान ने कैसे मचाई खलबली।
पैसों से ज़्यादा स्मार्टफोन्स आये पुरुषों को रास
सरकारी रिपोर्टों के अनुसार पहले सरकार पुरुषों को नसबंदी (शुक्रवाहिकोच्छेदन या वासेक्टोमी) करने हेतु 2000 रूपए तथा महिलाओं को लैप्रोस्कोपिक (लेज़र) ट्यूबेक्टमी करने हेतु 1400 रूपए की राशि दे रही थी परंतु नगद राशि का जनता पर कोई ख़ास असर नहीं पड़ा। पर स्मार्टफोन की घोषणा ने तो लोगों को परिवार नियोजन के लिए बाध्य कर दिया। झालावाड़ के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डा. सजीद खान की मानें तो स्मार्टफोन इनाम में देने की घोषणा ने ज़्यादा पुरुषों को नसबंदी करने के लिए प्रोत्साहित किया है।
इस ऐलान के चलते नसबंदी करवाने वाले पुरुषों की संख्या बढ़ कर दोगुनी से अधिक हो गई है। मात्र 10 दिनों के भीतर, जिला प्रशासन ने पूर्वनिर्धारित लक्ष्य में 96% सफलता प्राप्त कर ली है। गौरतलब ये है की यह योजना 10 मार्च को झलावाड़ में शुरू की गई थी और यह केवल मार्च महीने के अंत तक जारी रहेगी।
स्मार्टफोन्स नहीं चाहिए तो 5000 रुपये मिलेंगे
डॉ. खान के अनुसार झालावाड़ जिले का स्वस्थ्य विभाग स्मार्टफोन की खरीद-फरोख्त में शामिल नहीं है। उन्होंने इस स्कीम के लिए समाज के उन लोगों का ध्यान आकर्षित किया है जो किसी ना किसी माध्यम से सरकार की सहायता करने में विश्वास रखते हैं। समाज के इन्हीं भामाशाहों की मदद से जिला प्रशासन नसबंदी करवाने वाले पुरुषों को 5000 रुपये या एक 4जी एंड्रॉइड स्मार्टफोन उपलब्ध कराएगा।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक झालावाड़, जोकि राजस्थान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का निर्वाचन क्षेत्र है पहले से ही परिवार नियोजन में सबसे ऊपर है। सत्र 2015-16 में यहाँ सबसे ज्यादा लोगों ने नसबंदी कराई थी।
डॉक्टर द्वारा दी गयी जानकारी में ये पता चला है कि जिला प्रशासन ने इस वर्ष 8703 नसबंदी आपरेशन कराने का लक्ष्य निर्धारित कर रखा था। इस दिशा में अभी तक सरकार ने निर्धारित औसत आंकड़े यानि कि 46 ऑपरेशन से अधिक 110 ऑपरेशन का लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। अब राज्य स्वस्थ्य विभाग सोशल मीडिया की मदद से इस योजना को 252 ग्राम पंचायतों तक ले जाने का प्रयास करेगी। अधिकारियों की मानें तो इस अनूठे ऐलान के बाद अधिक से अधिक लोग इस योजना से जुड़ सकेंगे।