राजस्थान सरकार ने अपने राज्य के वरिष्ठ नागरिकों को निःशुल्क तीर्थ यात्रा करवाने वाली दीनदयाल उपाध्याय वरिष्ठ नागरिक तीर्थयात्रा योजना में राज्य के वरिष्ठजनों को दी जाने वाली सहूलियतों में विस्तार किया है। मूलतः साल 2013 से शुरू हुई यह योजना इस वर्ष नए रूप में प्रस्तुत हुई है। अब सरकारी योजनानुसार 65 वर्ष से अधिक की आयु के वरिष्ठजन हवाईजहाज से तीर्थयात्रा कर पाएंगे। पहले यह सुविधा 70 वर्ष व उससे अधिक आयु वाले नागरिकों के लिए थी। सरकार ने 5 वर्ष की कटौती कर हवाई सुविधा का लाभ अधिकाधिक लोगों को देने का निर्णय किया है।
राज्य के वरिष्ठजनों को तीर्थयात्रा करवाने की सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत 60 वर्ष व उससे अधिक आयु के वरिष्ठजन शामिल हो सकते है। इसमें 65 वर्ष से कम आयु के आवेदक ट्रैन से निःशुल्क यात्रा कर पाएंगे।
1 जुलाई से शुरू हो रहे हैं आवेदन:
राजस्थान सरकार की इस योजना द्वारा देश के विभिन्न हिस्सों में स्थित तीर्थस्थानों की यात्रा के लिए इस बार के आवेदन 1 जुलाई से प्रारम्भ हो रहे है। यात्रा के लिए आवेदन राजस्थान सरकार के देवस्थान विभाग द्वारा निर्धारित प्रपत्र में ई-मित्र/आनलाईन के माध्यम से भरे जायेंगे। कागज़ पर आवेदन पत्र को भरकर जमा नहीं करना होगा।
निश्चित समय सीमा के अंदर प्राप्त आवेदनों की छंटनी कर कंप्यूटर लॉटरी द्वारा यात्रियों का चयन किया जायेगा। रेल एवं हवाई यात्रियों की लाटरी एक साथ निकाली जाएगी। इसके अंतर्गत 15000 यात्रियों का चयन रेल यात्रा हेतु व 5000 यात्रियों का चयन हवाई यात्रा हेतु किया जायेगा।
सरकार की इस योजना का लाभ कौन उठा सकता है?:
कोई भी 60 वर्ष या अधिक आयु का व्यक्ति जो राजस्थान का मूल निवासी हो। वह आयकरदाता नहीं होना चाहिए। केंद्र या राज्य सरकार से सेवानिवृत्त कर्मचारी नहीं होना चाहिए। आवेदक पूरी तरह मानसिक व शारारिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए। योजनान्तर्गत 60 वर्ष या अधिक आयु के व्यक्ति रेल यात्रा हेतु एवं 65 वर्ष या अधिक आयु के व्यक्ति हवाई जहाज से यात्रा के पात्र होगें।
योजना से इन प्रमुख तीर्थस्थलों के दर्शन कर सकेंगे:
राज्य सरकार की दीनदयाल उपाध्याय वरिष्ठजन तीर्थयात्रा योजना के अंतर्गत राज्य से कुल 20 हज़ार यात्रियों को यात्रा के लिए चयनित किया जायेगा। इनमें से 15 हज़ार यात्री ट्रैन के माध्यम से व 5 हज़ार यात्री हवाईजहाज़ से यात्रा कर सकेंगे। रेल माध्यम से यात्रा करने वाले आवेदक कुल 13 स्थानों में से मनपसंद तीर्थस्थानों का चयन कर सकेंगे। वहीँ हवाई माध्यम से यात्रा पर जाने वालों के लिए 10 तीर्थस्थान में से चयन की सहूलियत रहेगी।
यात्रा हेतु तीर्थ स्थान इस प्रकार हैः-
रेल द्वारा:-
- जगन्नाथपुरी
- रामेश्वरम्
- वैष्णोदेवी
- तिरूपति
- गया-काशी
- अमृतसर
- सम्मेदशिखर
- गोवा
- द्वारिकापुरी
- बिहार शरीफ
- शिरडी
- पटना साहिब
- श्रावण बेलगोला
हवाई जहाज द्वारा:-
- जगन्नाथपुरी
- रामेश्वरम्
- तिरूपति
- वाराणसी-काशी
- अमृतसर
- सम्मेदशिखर
- गोवा
- बिहार शरीफ
- शिरडी
- पटना साहिब
उक्त तीर्थस्थलों की सूची में से यात्री दो स्थानों का चयन यात्रा के लिए कर सकेंगे।