अभी बीएसएफ के जवान तेज बहादुर का खाने से संबंधित वीडियो वायरल होने का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि रोहतक में जहां एक वायुसेना के पूर्व जवान का वीडियो वायरल हो गया है वहीं मथुरा में सीआरपीएफ के जवान ने भी वीडियो के जरिए अपनी पीड़ा बयां की है।
अधिकारियों पर लगाना नौकरी से निकालने का आरोप
वायरल वीडियो में वायुसेना के पूर्व जवान ने वायुसेना के उच्च अधिकारियों पर आरोप लगाया कि 14 हजार रुपये नहीं देने पर उसके ऊपर कई चार्ज लगाकर नौकरी से निकाल दिया गया। परेशान होकर जवान ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मौत की गुहार लगाई है ताकि जलालत भरी जिंदगी से उसे छुटकारा मिल जाए।
विषम परिस्थितियों में भी सीआरपीएफ के जवान करते है काम
वहीं मथुरा जनपद के गांव सहजुआ थोक सौंख निवासी जीत सिंह ने भी बीएसएफ जवान तेज बहादुर की भांति प्रधानमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा है कि सीआरपीएफ के जवान चुनाव, वीआईपी, वीवीआईपी, संसद सहित विषम स्थितियों वाले राज्यों में तैनात हैं।
आर्मी जैसी सुविधाएं हमें क्यों नही
इसके बावजूद न वेलफेयर मिलता है न समय से छुट्टियां। आर्मी में पेंशन है, हमारी पेंशन थी वो भी बंद हो गई। 20 साल बाद नौकरी छोड़कर जाएंगे तो क्या करेंगे। हमें एक्स सर्विसमैन की सुविधा नहीं, केंटीन की सुविधा नहीं, मेडिकल की सुविधा नहीं, जबकि ड्यूटी हमारी सबसे ज्यादा है। हमें भी इसकी सुविधाएं मिलनी चाहिए।
गृह राज्य मंत्री बोले नही होगा भेदभाव
गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने कहा कि जो बीएसएफ जवान के आरोपों के बाद सरकार ने रिपोर्ट तलब की है इसमें जो भी उचित कार्यवाही होगी वह की जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारे जवान सुरक्षा में लगे हुए हैं उनके साथ किसी भी प्रकार का अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी तुरंत नोटिस लेते हुए जांच करवाई है। वहीं सीआरपीएफ के जवान के आरोपों पर अहीर बोले कि सभी के साथ एक जैसा व्यवहार होना चाहिए चाहे आर्मी हो या अर्धसैनिक बल इस मामले को भी देखा जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी हमें कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है लेकिन मामला सामने आया है तो इसको सरकार जरुर देखेगी।